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शिमला, 12 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का आकांक्ष नाम का एक भतीजा था। साल 2017 में चंडीगढ़ के सेक्टर-9 में गाड़ी से कुचलकर आकांक्ष की हत्या कर दी गई थी। आकांक्ष की हत्या का आरोप बलराज सिंह रंधावा पर लगा था। जानकारी के अनुसार रंधावा ने आकांक्ष को अपनी BMW कार से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था। अब 8 साल बाद मामले में एक अहम अपडेट सामने आया है।
9 फरवरी साल 2017 की रात सेक्टर-9 स्थित एक पार्टी में आकांक्ष सेन के दोस्त शेरा की आरोपी हरमेहताब और बलराज रंधावा से हाथापाई हो गई थी। ऐसे में जब आकांक्ष ने बीच-बचाव किया तो गुस्से में बलराज ने अपनी BMW गाड़ी से आकांक्ष को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
जब ये सब हुआ तो कार में हरमेहताब भी मौजद था और इसे पुलिस ने पकड़ भी लिया था और अदालत ने इसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी लेकिन बलराज सिंह रंधावा तुरंत फरार हो गया और तब से अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
अब सालों बाद चंडीगढ़ पुलिस ने कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल कर कहा है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी आरोपी बलराज का कोई सुराग नहीं लगा इसलिए अब मामला अनट्रेस माना जा रहा है। गौरतलब है कि वारदात के 2 महीने बाद ही बलराज को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 174A के तहत एक और FIR दर्ज की गई थी। हालांकि अब पुलिस ने इसी FIR में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल की है। हालांकि कुछ महीने पहले पुलिस ने अदालत में कहा था कि उन्हें इंटरपोल के जरिए रंधावा की लोकेशन का पता चल गया है।
रिपोर्ट के अनुसार रंधावा कनाडा के ओंटारियो में छिपा है लेकिन प्रत्यर्पण संभव नहीं हो पाया। पुलिस के मुताबिक भारत सरकार के जरिए कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस को रंधावा के प्रत्यर्पण के लिए केस भेजा गया लेकिन दस्तावेजों में तकनीकी आपत्तियों के चलते फाइल वापस भेज दी गई।
इन आपत्तियों को दूर करने की प्रक्रिया चल रही है जिसमें वक्त लग सकता है। आकांक्ष के पिता ने 2 साल पहले अदालत में याचिका दायर कर रंधावा की गिरफ्तारी की मांग की थी। अदालत ने चंडीगढ़ पुलिस को स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे जिसके जवाब में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल की गई है।
