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शिमला, 27 अगस्त। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है, लेकिन इसी बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली रवाना हो गए हैं। उनके दिल्ली दौरे को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। सीएम का यह दौरा केवल औपचारिक नहीं है, बल्कि इसके पीछे कांग्रेस की राष्ट्रीय रणनीति से जुड़ा बड़ा कारण है।
सीएम अब सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होंगे
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री सुक्खू की राहुल गांधी से मुलाकात तय मानी जा रही है। इस दौरान राज्य और संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की संभावना जताई जा रही है। खास बात यह है कि शुक्रवार तक मुख्यमंत्री अब सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होंगे और केवल रविवार को ही शिमला लौटेंगे। ऐसे में विपक्ष को सरकार पर सवाल उठाने का नया मौका मिल सकता है कि जब सदन की कार्यवाही चल रही है, तब मुख्यमंत्री को प्रदेश छोड़कर बाहर जाने की क्या आवश्यकता थी।
बिहार जाने का भी कार्यक्रम
दिल्ली दौरे के साथ ही मुख्यमंत्री सुक्खू का बिहार जाने का भी कार्यक्रम तय माना जा रहा है। राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस इन दिनों ‘वोट चोर कुर्सी छोड़ो’ अभियान चला रही है। माना जा रहा है कि बिहार में आयोजित इस बड़े अभियान में सुक्खू की भी मौजूदगी पार्टी का मनोबल बढ़ाने और राष्ट्रीय स्तर पर एकजुटता दिखाने के लिए अहम होगी।
राष्ट्रीय रणनीति पर ज्यादा फोकस
उधर, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रदेश की राजनीति से ज्यादा कांग्रेस की राष्ट्रीय रणनीति पर केंद्रित है। हालांकि, इस बीच सदन में उनकी गैरहाजिरी विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक बड़ा मौका दे सकती है। अब देखना होगा कि सुक्खू की इस दिल्ली यात्रा और बिहार अभियान में भागीदारी से कांग्रेस को कितना राजनीतिक लाभ मिलता है।