बिलासपुर ,22 फरवरी -कांग्रेस पार्टी के राज्य महासचिव बंबर ठाकुर ने बिलासपुर सदर से घोषित विधायक व भाजपा के राज्य महामंत्री त्रिलोक जम्वाल पर पलटवार करते हुए कहा है कि चिट्टे व नशे के नाम पर वे फील्ड की नई राजनीति चलाने के प्रयास में बिना सोचे -समझे उन पर नितांत निराधार व असंगत आरोप लगा रहे हैं | उन्होने कहा कि जम्वाल को कतई पता नहीं चल रहा है कि इस मामले में अपनी संलग्नता से कैसे हाथ साफ किए जा सकते हैं |
पत्रकारों से बातचीत करते हुए बंबर ठाकुर ने कहा कि भाजपा का यह नेता पूरे 5 वर्षों तक शिमला में मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार के रूप में कई प्रकार के उल्टे –सीधे आदेश देकर भाजपा सरकार को चलाते रहे हैं | पर तब उन्हें चिट्टा तस्करों को गिरफ्तार कराने की फुर्सत नहीं मिली | क्यों कि उस समय वे अपना सारा समय एन-केन-प्रकारेण अधिक से अधिक संपत्ति अर्जित करने में व्यस्त रहे और 5 वर्ष पूर्व हाईकोर्ट के एक एडवोकेट के स्तर से उठ कर अब वे करोड पतियों में गिने जाने लगे हैं |
बंबर ठाकुर ने कहा कि न जाने किस भ्रम के कारण त्रिलोक जम्वाल अभी भी अपने आप को सत्ता की कुर्सी पर विराजमान समझ रहे हैं और इस प्रकार व्यवहार कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी की सुखविंदर सिंह सुक्खु सरकार द्वारा चिट्टे के विरुद्ध चलाया गया अभियान उनके आदेश से ही चलाया जा रहा है और उसी भ्रम में प्रेस वार्ता कर रहे हैं |
बंबर ठाकुर ने कहा कि अब तो त्रिलोक जम्वाल को मान लेना चाहिए कि प्रदेश में अब उनकी भाजपा सरकार नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की सुखविंदर सिंह सुक्खु सरकार है ,जिसके आदेशों के बाद नशे अथवा चिट्टे के तस्कर सीखचों के पीछे घसीटे जा रहे हैं | उन्होने कहा कि यह बात अलग है कि नशे के तस्कर भाजपा नेताओं से रहे संबंध धीरे धीरे स्पष्ट कर रहे हैं |
बंबर ठाकुर ने कहा कि त्रिलोक जम्वाल को एक विधायक के नाते स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी विरासत क्या है और उनका व्यावसाय क्या है ? उन्होने जो करोड़ों रुपयों की संपत्ति अलग अलग स्थानों पर प्राप्त की है वह किस प्रकार एकत्रित हुई है ?
बंबर ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि त्रिलोक जम्वाल की संपत्ति की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये जाएँ ,ताकि भाजपा काल में हुई किसी भी प्रकार की अनियमितता और भ्रष्टाचार से पर्दा हटाया जा सके |