मंडी, 22 फरवरी - हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बसों में प्रत्येक डिपो में अलग अलग किराया दर्ज है कई बार इस प्रकार के मामले सामने आते है परंतु एचआरटीसी प्रबंधन फिर भी हरकत में नहीं आता है। कई बार एचआरटीसी के परिचालकों के साथ अलग - अलग किराए को लेकर यात्री अक्सर बहसबाजी करते है। जिससे कहीं न कहीं यात्रियों के साथ साथ परिचालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें की इसी प्रकार का मामला सरकाघाट डिपो (Sarkaghat Depot) में भी सामने आया है जिसमें सरकाघाट से चंडीगढ़ रूट(Sarkaghat To Chandigarh Route) पर जा रही बस में लगभग 10 से 12 रुपए का फर्क सामने आया है। स्वारघाट से खरड़(Swarghat To Kharad) का सही किराया 121 रुपए है जबकि सरकाघाट डिपो की बसों में 131 रुपए यात्रियों से किराया कई दिनों से लिया जा रहा था वैसे ही अगला स्टेशन कैंचीमोड की बात करें तो वहां से सही किराया 103 रुपए है जबकि सरकाघाट डिपो की बसों में 114 रुपए खरड़ तक यात्रियों से लिया था रहा था। ऐसा माना जा सकता है की सरेआम एचआरटीसी सरकाघाट डिपो की तरफ से यात्रियों को चूना लगाया जा रहा था।
क्या कहते है आरएम सरकाघाट
वहीं, क्षेत्रीय प्रबंधक सरकाघाट मेहर चंद का कहना है की कीरतपुर तक हिमाचल प्रदेश की सीमा सिस्टम में तय थी जिसके कारण कीरतपुर तक हिमाचल प्रदेश में तय प्रति किलोमीटर 2.19 पैसे के हिसाब से किराया लग रहा था। अब इसे ठीक कर दिया गया है।
वहीं, अनिल कश्यप (युवा कांग्रेस महासचिव (बिलासपुर) ने बताया इतने दिनों से यात्रियों को लूटने का काम सरकाघाट डिपो ने किया है इसका जिम्मेदार कौन है डिनॉमिनेशन के पद पर जो आरएम सरकाघाट के द्वारा कर्मचारी तैनात किया गया है उसपर क्या कार्यवाही की गई, यह बताया जाए । नियम के आधार पर सीनियर कर्मचारी को डिनॉमिनेशन में तैनात करने का प्रावधान है यदि डिपो में इस नियम का उलंघन भी किया जा रहा होगा तो इस मामले को लेकर प्रबंध निर्देशक को अवगत करवाया जाएगा और कार्यवाही सुनिश्चित करवाई जाएगी।