SBI Multi Option Deposit Scheme (MODS) : Term Deposits linked to the Savings or Current Account : बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (Ban FD) भारतीय निवेशकों के बीच बचत और निवेश के सबसे लोकप्रिय तरीकों में शामिल हैं. एफडी में जमा पैसे न सिर्फ सेविंग्स एकाउंट के मुकाबले बेहतर रिटर्न देते हैं, बल्कि इन्हें काफी सुरक्षित भी समझा जाता है. लेकिन एफडी के साथ एक असुविधा भी जुड़ी है.
अगर कभी अचानक ज़रूरत पड़ने पर आपको एफडी में रखे पैसे मैच्योरिटी से पहले निकालने पड़ें, तो बैंक उसके लिए पेनाल्टी चार्ज करते हैं. इस दिक्कत से बचने का एक तरीका ये है कि सेविंग्स एकाउंट में कुछ ज्यादा पैसे रखे जाएं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर फौरन निकाला जा सके. लेकिन सेविंग्स एकाउंट में रखे होने की वजह से उन पर बेहद कम ब्याज मिलता है. और जब महंगाई दर 7 फीसदी के आसपास चल रही हो, तो सेविंग्स एकाउंट का रियल रेट ऑफ रिटर्न निगेटिव हो जाता है.
इस समस्या का समाधान है स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का एक अनोखा एकाउंट, जिसमें आपको एफडी का रिटर्न और सेविंग्स एकाउंट जैसी लिक्विडिटी एक साथ मिलते हैं. देश के सबसे बड़े कॉमर्शियल बैंक SBI के इस दिलचस्प प्रोडक्ट का नाम है मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (SBI MODS). ये एक ऐसा टर्म डिपॉजिट है, जिसे आपके सेविंग्स या करंट एकाउंट के साथ लिंक करके खोला जा सकता है.
SBI MODS एक ऐसा फिक्स्ड डिपॉडिट (FD) है, जिससे आप जब भी जरूरत पड़े पैसे निकाल सकते हैं, वो भी कोई पेनाल्टी दिए बिना. खास बात ये है कि आपके एफडी में बाकी बचे पैसों पर पहले की तरह फिक्स्ड डिपॉजिट की दर से ब्याज भी मिलता रहता है. एसबीआई की वेबसाइट पर SBI MODS की खास बातें दी गई हैं. आइए उन पर एक नजर डालते हैं :
भारत के सभी रेजिडेंट्स SBI MODS के तहत सिंगल या ज्वाइंट एकाउंट खोल सकते हैं. नाबालिग बच्चे भी अपनी उम्र के हिसाब से खुद या अपने गार्जियन की मदद से SBI MODS एकाउंट खोल सकते हैं. इनके अलावा व्यावसायिक फर्म्स, कंपनियां, HUF और सरकारी विभाग भी यह एकाउंट खुलवा सकते हैं.
एसबीआई की मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (SBI MODS) के तहत आपको बैंक के सामान्य फिक्स्ड डिपॉजिट के बराबर ही ब्याज मिलता है. साथ ही सीनियर सिटिजन्स को एक फीसदी अधिक ब्याज दिया जा रहा है. 13 अगस्त को रिवाइज की गई ब्याज दरों के मुताबिक एसबीआई फिलहाल 5 साल और उससे ज्यादा अवधि के 2 करोड़ रुपये तक के एफडी पर 5.65% फीसदी ब्याज दे रहा है, जबकि सीनियर सिटिजन्स को 6.45% तक ब्याज दिया जा रहा है. SBI की इस स्कीम के तहत 1 साल से लेकर 5 साल तक के लिए एफडी कराए जा सकते हैं.
एसबीआई की मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (SBI MODS) के तहत किए गए निवेश पूरी तरह लिक्विड हैं, यानी आप 1000 रुपये के मल्टीपल में जितनी बार चाहें अपने पैसे निकाल सकते हैं. ये पैसे आप चेक के जरिए, एटीएम से या बैंक की ब्रांच में जाकर निकाल सकते हैं. इसमें पैसे निकालने की कोई लिमिट नहीं है.
कुछ पैसे निकालने के बाद भी जारी रहेगा एफडी
मान लीजिए आपने SBI MODS के तहत 50 हजार रुपये का एफडी कराया है और उसमें से 10 हजार रुपये निकाल लेते हैं, तो भी बाकी बचे 40 हजार रुपये पर आपको एफडी की दर से ही ब्याज मिलता रहेगा. हां, निवेशकों को बैंक के नियम के हिसाब से एवरेज मंथली बैलेंस जरूर मेनटेन करना होगा. इस खाते में आप चाहें तो ऑटो-स्वीप फैसिलिटी का फायदा भी ले सकते हैं. SBI MODS के तहत खोले गए एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर भी आम एफडी की तरह ही टीडीएस काटा जाएगा.