8000 रुपए तक बढ़ जाएगी मिनिमम सैलरी
7th Pay Commission के तहत फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) में इजाफे से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में 8860 रुपए का इजाफा होगा. यह इजाफा DA के तौर पर मिलेगा. फिटमेंट फैक्टर फिलहाल 2.57 है. अगर इसे बढ़ाकर 3.68 किया जाता है तो सैलरी की न्यूनतम सीमा 26000 रुपए होगी. मतलब सीधे तौर पर उनकी सैलरी में 8000 रुपए का इजाफा होगा. साथ ही इस पर मिलने वाले डीए में भी इजाफा हो जाएगा.
49,420 रुपए बढ़ जाएगी सैलरी
उदाहरण के तौर पर- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी (Basic Salary) 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए. अगर इसी को 3.68 मान लिया जाए तो सैलरी होगी 26000X3.68= 95,680 रुपए. कर्मचारियों को इसमें बंपर फायदा मिलेगा. मतलब कुल मिलाकर कर्मचारियों की सैलरी में 49,420 रुपए का इजाफा होगा. ये कैलकुलेशन न्यूनतम बेसिक सैलरी पर किया गया है. अधिकतम सैलरी वालों को और बड़ा फायदा मिलेगा.
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों का बेसिक वेतन तय करने का फॉर्मूला है. इसे 7वें वेतन आयोग (7th CPC) की सिफारिशों पर लागू किया गया था. इससे कर्मचारियों की सैलरी खुद ब खुद बढ़ जाती है. पिछली बार फिटमेंट फैक्टर 2016 में बढ़ाया गया था. तब केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 6 हजार से बढ़ाकर 18 हजार रुपए की गई थी. 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक, फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करते समय, भत्तों को छोड़कर (महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), हाउस रेंट अलाउंट (HRA) वगैरह), कर्मचारी की बेसिक कंपोनेंट को फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है.