HP News : प्रदेश में कानून व्यवस्था बनी नेताओं और विधायकों की रखैल : जानिए ऐसा क्यों , पढ़ें पूरी खबर : Read More

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हिमाचल में कानून व्यवस्था नेताओं और विधायकों की रखैल बन चुकी है। यहां पुलिस नारी उत्पीड़न होने पर भी कोई कार्यवाही नही करती। हम यह बात बिना की सबूत या कारण नही लिख रहे, बल्कि ऐसी घटनाएं हिमाचल में लगातार होती जा रही है। पुलिस कानून के मुताबिक कार्यवाही नही करती और अपराधियों के हौंसले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे है। क्योंकि इनको बचाने के लिए हिमाचल के विधायक बैठे हुए है।


ऐसा ही ताजा मामला मंडी के बल्ह थाना क्षेत्र से निकल कर सामने आया है। जानकारी के मुताबिक 8 दिसंबर को बल्ह क्षेत्र की निवासी एक महिला अपनी सास के साथ घास काटने गई थी। वहां पर कुशाल कुमार और निशु उर्फ मुकेश नाम के दो लड़के आए। महिला का कहना है कि कुशाल ने उसके हाथ उमेठ कर पीछे पकड़ लिए और निशु ने उसकी कमीज फाड़ कर उसकी छातियों को मसला और चोटें पहुंचाई। 

महिला चिल्लाई तो उन्होंने उसको डंडे से पीटा जिसके चलते महिला को चोटें आई। जब महिला दोबारा चिल्लाई तो उसकी सास मौके पर आई। उसके बाद दोनों आरोपियों ने उनको गंदी गंदी गालियां भी दी। महिला का कहना है कि उन दोनों ने उनको तथा उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। उसके बाद महिला ने 100 नंबर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस मौके पर भी आई। 


पुलिस द्वारा महिला को हॉस्पिटल ले जाया गया, उनका मेडिकल करवाया गया और थाने में महिला की ओर से शिकायत पत्र लिख कर उस पर महिला के हस्ताक्षर करवाए गए। पीड़िता का कहना है कि उसको शिकायत पत्र पढ़ने तक नही दिया गया। इस बार उन्होंने 11 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री को लिखित में शिकायत दी। लेकिन आज छह दिन बीत जाने पर भी पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नही की है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि उपरोक्त महिला का पति सेना में नौकरी करता है और देश की रक्षा में लगा हुआ है। 

जबकि यहां उनका परिवार तक सुरक्षित नही है। इस बारे जब थाना प्रभारी से बात की गई तो उनका कहना था कि उनके थाने में महिला से छेड़छाड़ की कोई शिकायत ही नही आई है। जब उनसे पूछा गया कि आरोपियों के खिलाफ 354 आईपीसी में एफआईआर दर्ज क्यों नही की गई तो थाना प्रभारी टालमटोल करते व जानकारी नही होने का बहाना देते नजर आए।


आपको बता दे कि इस केस में आरोपी निशु उर्फ मुकेश एक विधायक की बुआ का लड़का है और भारतीय जनता युवा मोर्चा के सचिव  है तथा पार्टी एक अन्य पदों पर भी आसीन है। पीड़ित महिला और उसके भाई का कहना है कि विधायक का रिश्तेदार होने के चलते पुलिस उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नही कर रही है। अब यह मामला मीडिया की नजर में आ चुका है, देखना यह होगा कि पुलिस कानून का पालन करती है या नेता/विधायक का आदेश मानती है।

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