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बिलासपुर, 21 दिसंबर। जिला बिलासपुर के झंडुता उपमंडल के गांव रोहल निवासी 25 वर्षीय अमन शर्मा का वर्षों पुराना मकान बनाने का सपना प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत साकार हुआ है। योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार ने अमन को मकान निर्माण के लिए 3 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। ‘चिल्ड्रन ऑफ दि स्टेट’ के रूप में पंजीकृत अमन शर्मा न केवल अपना पक्का मकान बनाने में सफल हुए हैं, बल्कि उन्हें प्रतिमाह मिलने वाले 4 हजार रुपये जेब खर्च से जीवन-यापन में भी सहूलियत मिली है।
आत्मविश्वास से भरे अमन शर्मा बताते हैं कि महज ढाई वर्ष की आयु में उनके पिता और साढ़े तीन वर्ष की उम्र में माता का साया उठ गया था। इसके बाद दादा-दादी और चाचा ने उनका पालन-पोषण किया। दसवीं तक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने छोटे-मोटे काम किए और काफी संघर्ष के बाद पारिवारिक सहयोग से अपनी टैक्सी खरीदी। वर्तमान में वह झंडुता क्षेत्र में टैक्सी चलाकर आत्मनिर्भर जीवन जी रहे हैं।
अमन कहते हैं कि अब तक उन्हें मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अलावा किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला। उनके पिता द्वारा निर्मित पुराना मकान अत्यंत जर्जर अवस्था में था, जिसमें रहना जोखिम भरा था। ऐसे में उन्हें चाचा या नानी के घर रहना पड़ता था। उन्होंने बताया कि कई बार सहायता मांगने पर अनाथालय भेजने का दबाव बनाया गया, लेकिन दादी और चाचा के सहयोग से वह अपने परिवार में रहकर आगे बढ़े।
अमन शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उनके जैसे हजारों बच्चों और युवाओं के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए हैं। ‘चिल्ड्रन ऑफ दि स्टेट’ का दर्जा देकर न केवल सम्मान दिया गया है, बल्कि जीवन को संवारने का अवसर भी मिला है। उन्होंने बताया कि उन्हें तीन किस्तों में अब तक 2.5 लाख रुपये प्राप्त हो चुके हैं, जबकि शेष 50 हजार रुपये अंतिम किस्त के रूप में मिलना बाकी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा ने बताया कि जिला बिलासपुर में मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत कुल 166 पात्रों को लाभान्वित किया जा रहा है। इनमें से 23 लाभार्थियों को मकान निर्माण के लिए 3-3 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है, जिनमें अमन शर्मा भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा के 19, शादी के 20, वोकेशनल कोर्स के 8, स्टार्टअप के 9 तथा कौशल विकास, कोचिंग और भू-आवंटन के एक-एक मामलों में भी लाभ दिया गया है।
उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना को संबंधित विभागों के माध्यम से धरातल पर उतारा जा रहा है, ताकि जिला के ‘चिल्ड्रन ऑफ दि स्टेट’ को मकान निर्माण, शिक्षा, स्टार्टअप, विवाह सहायता सहित विभिन्न लाभ मिल सकें। साथ ही बाल आश्रमों में रह रहे बच्चों को एक्सपोजर विजिट और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिले में सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को गंभीरता से लागू किया जा रहा है, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे।
