न्यूज अपडेट्स
बिलासपुर, 06 दिसंबर। गोविंद सागर झील में अवैध मछली शिकार और प्रतिबंधित जाल के उपयोग पर रोक लगाने के लिए मत्स्य विभाग बिलासपुर ने दो दिवसीय सघन अभियान चलाते हुए कड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। जलजीव संरक्षण और मत्स्य संसाधनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 3 और 4 दिसंबर को विभाग की टीम ने झील के विभिन्न इलाकों में संयुक्त निरीक्षण अभियान संचालित किया।
मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक बिलासपुर पंकज ठाकुर ने बताया कि 3 दिसंबर को सीर खड्ड क्षेत्र के बजौरा, नाहरल, जबलू और बागछल में किए गए निरीक्षण के दौरान कुल 06 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें दो अवैध जाल परिवहन और चार बिना लाइसेंस मछली पकड़ने के मामले शामिल रहे। विभाग ने 20 किलो बिना लाइसेंस पकड़ी गई मछली जब्त की, जिसकी कीमत लगभग 2000 रुपये आंकी गई, जबकि मौके पर 3500 रुपये का जुर्माना वसूला गया।
4 दिसंबर को दोबड, लठियाणी, मंदली और डोहक क्षेत्रों में अभियान जारी रहा। इस दौरान प्रतिबंधित एवं अंडर-साइज नेट से मछली पकड़ने के 4 मामले दर्ज किए गए। लठियाणी में एक व्यक्ति पर मौके पर ही 1000 रुपये मुआवजा शुल्क लगाया गया तथा करीब 15 किलो अंडर-साइज जाल जब्त किया गया। टीम ने झील में स्थापित किश्तियों की भी विस्तृत जांच की।
पंकज ठाकुर ने बताया कि यह संपूर्ण अभियान मत्स्य अधिकारी अजय कुमार और उनकी टीम के सुदृढ़ समन्वय से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि विभाग भविष्य में भी इसी प्रकार की कठोर व नियमित निगरानी जारी रखेगा, ताकि अवैध मछली व्यापार और प्रतिबंधित जालों के उपयोग पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया जा सके। साथ ही स्थानीय मछुआरों और क्षेत्रवासियों से हिमाचल प्रदेश मत्स्य नियमों का पालन सुनिश्चित करने की अपील की।
इसी क्रम में 5 दिसंबर को भी बिलासपुर मंडल की जड्डू टीम ने बल्हसीणा क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए एक अवैध परिवहन मामले में 16 किलो मछली बरामद की। संबंधित व्यक्ति पर 2000 रुपये का चालान किया गया, जबकि जब्त मछली से 1600 रुपये की राशि वसूल की गई।
मत्स्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि गोविंद सागर झील क्षेत्र में अवैध मत्स्य गतिविधियों के विरुद्ध शून्य सहनशीलता नीति लागू है और भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
