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मेरठ (उ.प्र.), 20 नवंबर। मानवता को शर्मसार करने वाली एक लापरवाही भरी घटना मेरठ में सामने आई है। खेलते समय ढाई साल के बच्चे को आंख के पास चोट लग गई। परिजन घबराए हुए उसे नज़दीकी एक प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन वहां जो हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने इलाज की जगह सिर्फ “5 रुपए की फेवीक्विक” से बच्चे की फटी हुई स्किन चिपका दी। गंभीर चोट पर इस तरह के खतरनाक और गलत प्रयोग के कारण बच्चा पूरी रात दर्द से तड़पता रहा।
अगले दिन जब हालात बिगड़ते गए तो परिजन मासूम को दूसरे अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने काफी मशक्कत के बाद फेवीक्विक हटाने में करीब 3 घंटे लगाए, जिसके बाद घायल हिस्से पर 4 टांके लगाने पड़े।
परिजनों ने पहली अस्पताल की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वहीं स्थानीय लोग भी ऐसी लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि बिना योग्यता और मानकों के चल रहे कई निजी अस्पताल बच्चों की सेहत के साथ किस हद तक खिलवाड़ कर रहे हैं।
