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सिरमौर, 21 नवंबर। हिमाचल प्रदेश में जहां अधिकांश सरकारी अधिकारी अपने दफ्तरों तक सीमित रहते हैं और सुबह 10 से शाम 5 बजे तक की ड्यूटी को ही अपना कर्तव्य मानते हैं, वहीं सिरमौर जिले में एक महिला अधिकारी ऐसी भी है जो अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए न समय देखती है, न मौसम।
कभी आधी रात तो कभी अल सुबह, और कई बार तो रविवार की छुट्टी के दिन भी वे सड़कों पर उतरकर नियम तोड़ने वालों को सबक सिखाती नजर आती है। हम बात कर रहे हैं आरटीओ सिरमौर सोना चंदेल की। जिन्होंने एक बार फिर खनन माफिया और नियम तोड़ने वाले टिप्पर चालकों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
सिरमौर जिले में लगातार सक्रिय बाहरी राज्यों के टिप्पर, डंपर व ट्रक स्थानीय लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ओवरलोडिंग, एक्सल उठाकर चलना, अवैध खनन और लाखों की रेत.बजरी बिना दस्तावेजों के ले जाना आम बात हो चुकी है। लगातार मिल रही शिकायतों पर आरटीओ सोना चंदेल ने एक बार फिर अल सुबह करीब 5 बजे सड़कों पर उतर कर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस विशेष नाकाबंदी अभियान में टीम ने 100 से अधिक वाहनों की जांच की, जिनमें से 37 टिप्परों को नियमों की खुली अवहेलना करते पाया गया। इन सभी पर कुल करीब 9 लाख रुपये का भारी.भरकम जुर्माना लगाया गया। अल सुबह करीब पांच बजे शुरू हुई यह कार्रवाई दोपहर 11 बजे तक जारी रही। इस दौरान टीम में एआरटीओ राकेश वर्मा, हरजीत सिंह, धर्मेंद्र और अजय तंवर भी शामिल रहे।
इस कार्रवाई के बाद आरटीओ सोना चंदेल ने साफ कहा कि कायदे.कानूनों को ताक पर रखकर चलने वाले टिप्पर संचालकों पर सख्ती से कार्रवाई की गई है। भविष्य में भी यह अभियान और कड़ा होगा। उन्होंने बताया कि ज्यादातर टिप्पर एक्सल उठाकर चलते हुए पकड़े गए, जो परिवहन मंत्रालय के नियमों का खुला उल्लंघन है। इससे न केवल सड़कें खराब होती हैं, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ती है। इसके अलावा कई वाहन ओवरलोड पाए गए, तो कईयों के कागज़ात अधूरे थे। कुछ मामलों में फर्जी नंबर प्लेट तक का संदेह जताया गया है।
पांवटा साहिब और काला अंब क्षेत्र में पिछले कई महीनों से अवैध खनन और बाहरी राज्यों के भारी वाहनों की आवाजाही ने ट्रैफिक, सड़क सुरक्षा और प्रदूषण की समस्याओं को बढ़ा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरलोड टिप्पर ना सिर्फ सड़कों को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि इनकी तेज रफ्तार हादसों में भी बढ़ोतरी कर रही है। जिसकी लोग लंबे समय से शिकायत कर रहे थे।
पुलिस व परिवहन विभाग की संयुक्त कार्रवाई के बाद भी खनन माफिया अपनी गतिविधियां जारी रखता रहा है, लेकिन इस बार महिला आरटीओ की अचानक सुबह.सुबह की दबिश ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब आरटीओ सोना चंदेल ने इस तरह की कार्रवाई की है। इससे पहले भी कई बार कभी रात को तो कभी रविवार के दिन सड़कांे पर उतर कर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे चुकी है। यही कारण है कि आज खनन माफिय आरटीओ सोना चंदेल के नाम से डरने लगे हैं।
