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चंबा, 24 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में पुलिस की सतर्कता और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में थाने और जेल से फरार दो आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की कार्यकुशलता को लेकर स्थानीय लोगों और प्रशासन में गंभीर चिंता पैदा हो गई है।
पहला मामला पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार दुष्कर्म आरोपी इब्राहिम से संबंधित है, जिसे छह महीने पहले अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा था। कुछ दिन बाद ही वह राजपूरा जेल से फरार हो गया।
पुलिस ने उसके घर, रिश्तेदारों और परिचितों के ठिकानों पर कई बार दबिश दी, लेकिन अब तक इब्राहिम का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इतना समय बीत जाने के बाद भी उसकी लोकेशन निर्धारित न कर पाना पुलिस की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है।
उधर दूसरा मामला सदर थाना चंबा में दर्ज हुआ, जहां बाइक चोरी के आरोपी मानविंद्र को तीन दिन पहले थाने में रखा गया था। लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि वह पुलिस की मौजूदगी में ही थाने से फरार हो गया। घटना के बाद से चंबा पुलिस इस बात का दावा कर रही है कि आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाएगा, लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि थाने और जेल जैसे सुरक्षित स्थानों से आरोपी इस तरह फरार हो जाते हैं, तो यह पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करता है। वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग की ओर से अब तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि क्या इन दोनों मामलों में कोई विशेष जांच टीम (SIT या स्पेशल स्क्वाड) गठित की गई है या नहीं। इस अस्पष्टता ने भी पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि दोनों मामलों में लगातार दबिश दी जा रही है और आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे। चंबा के ASP हितेश लखनपाल ने कहा कि पोक्सो एक्ट में ज्यूडिशियल रिमांड पर चल रहे इब्राहिम और चोरी मामले में आरोपी मानविंद्र को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है। दोनों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फिर भी, फिलहाल यह दोनों मामले पुलिस की चौकसी, निगरानी और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को सामने लाकर खड़ा कर चुके हैं। जिले में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर आम नागरिकों का भरोसा बनाये रखने के लिए पुलिस को अब तेज और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
