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शिमला, 24 नवंबर। प्रदेश में नशे का कारोबार डरावना रूप ले चुका है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पुलिस ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है। यहाँ एक ही परिवार की तीन पीढ़ियां ‘चिट्टे’ (सिंथेटिक ड्रग्स) की आदी हो चुकी हैं। दादा, बेटा और पोती तीनों नशा करते हैं। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस खुलासे ने जांच टीम को भी सन्न कर दिया है।
भाई की हो चुकी है मौत
शिमला के संजौली में पुलिस ने कुछ युवकों को चिट्टे के साथ पकड़ा था। पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि उसका भाई नशे की ओवरडोज से मर चुका है। वह खुद भी लंबे समय से नशा कर रहा है। नशे की लत पूरी करने के लिए युवा अपराधी बन रहे हैं। कई युवा घर से मां के गहने चोरी करके नशा खरीद रहे हैं। पुलिस बाहरी राज्यों से हो रही तस्करी रोकने का प्रयास कर रही है।
बुजुर्ग भी हुए नशे के शिकार
अब केवल युवा ही नहीं, बुजुर्ग भी इस जाल में फंस रहे हैं। पुलिस ने हाल ही में 75 साल के एक बुजुर्ग को ड्रग तस्करी में पकड़ा है। कोटखाई में भी एक 56 वर्षीय व्यक्ति गिरफ्तार हुआ है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में इस साल 250 एनडीपीएस केस दर्ज हुए हैं। पुलिस ने अब तक 550 आरोपियों को जेल भेजा है। इन आरोपियों में 20 महिलाएं भी शामिल हैं।
परिजनों के बैंक खातों का दुरुपयोग
नशा तस्कर माता-पिता के बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस जांच में इसका खुलासा हुआ है। संदीप शाह गिरोह और शर्मा गिरोह के मामलों में भी ऐसा ही हुआ था। तस्करों ने अपनी मां और बहनों के खातों से पैसे इधर-उधर किए। पुलिस ने शक के आधार पर परिजनों से भी पूछताछ की है। एसएसपी संजीव कुमार गांधी ने माना कि नशा हर उम्र के लोगों को बर्बाद कर रहा है।
