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कांगड़ा, 27 नवंबर। विधानसभा सत्र हो और नारेबाजी ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। सत्र के पहले दिन जहां कांग्रेस ने भाजपा के विधायक पर लगे दुष्कर्म के आरोपों को लेकर जमकर नारेबाजी की तो वहीं सत्र के दूसरे दिन कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भाजपा के विधायकों ने हाथों में नारों की तख्तियां लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने विधायकों की ऐच्छिक विकास निधि रोक दी है। इससे प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं।
प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विकास निधि के साथ-साथ ट्रेजरी में भुगतान बहाल करने की भी मांग उठाई। गौरतलब है कि विधानसभा के विटर सेशन की शुरुआत नारेबाजी से हुई जो दूसरे दिन भी देखने को मिली।
पंचायत चुनाव में देरी का मुद्दा आजा भी सदन में गूंजेगा। विपक्ष के लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा जारी रहेगी। एक ओर जहां कांग्रेस आपदा से हालात सामान्य होने के बाद चुनाव करवाने की बात कर रही है तो वहीं, भाजपा इसे हार का डर बता रही है।
मुख्यमंत्री सुक्खू व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कई बार पंचायत चुनाव में देरी को लेकर आमने-सामने आए हैं। गौरतलब है कि इस मुद्दे पर चर्चा खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू चर्चा का जवाब देंगे। वहीं डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्रि निजि कारणों के चलते सत्र का हिस्सा नहीं बनेंगे।
