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शिमला, 2 नवम्बर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक प्रसंघ सीमित (मिल्कफेड) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रसंघ को अपने उत्पादों की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने और विपणन रणनीति को और सशक्त बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किन्नौर जिले के कड़छम या टापरी में एक दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र स्थापित किया जाएगा, ताकि यहां के उत्पादों को सेना और स्थानीय जनता तक आसानी से पहुंचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि शिमला जिले के दत्तनगर स्थित दोनों दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्रों को आउटसोर्स आधार पर संचालित करने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा, जिससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके।
सुक्खू ने जिला मंडी के दूध संयंत्र में नया मिल्क पाउडर प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि इस वित्त वर्ष के दौरान प्रसंघ द्वारा दूध की खरीद में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश में 222 ऑटोमैटिक मिल्क कलेक्शन यूनिट स्थापित किए गए हैं, जबकि 29 नए बल्क मिल्क कूलर लगाए गए हैं। दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों की संख्या बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों के फलस्वरूप इनकी संख्या 716 तक पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि अब मिल्कफेड को दूध विक्रय करने वाले किसानों की संख्या 40 हजार से अधिक हो गई है, जो राज्य में डेयरी क्षेत्र के सशक्तीकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय में बढ़ोतरी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दुग्ध क्षेत्र में निरंतर सुधार और नवाचार को बढ़ावा दे रही है।
