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धर्मशाला, 26 नवंबर। हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से तपोवन में शुरू हो गया है। यह सत्र 26 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा। इतिहास में पहली बार यह शीतकालीन सत्र आठ दिनों तक चलेगा। इससे पहले यह सत्र केवल सात दिनों का होता था। कार्यवाही की शुरुआत ठीक 11:00 बजे राष्ट्रगान के साथ हुई। संविधान दिवस के मौके पर सदन में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी गई। स्पीकर ने सभी सदस्यों को प्रस्तावना की प्रति दी।
सत्र के पहले ही दिन विधानसभा परिसर में भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ धरने पर बैठ गए। उन पर पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस विधायकों ने आरोपी विधायक से इस्तीफे की मांग की। मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा खुद कानून व्यवस्था खराब कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के बड़े नेता इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने मीडिया कवरेज को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब विधानसभा परिसर के अंदर केवल विधायक ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकेंगे। बाहरी व्यक्तियों को परिसर में पत्रकार वार्ता करने की अनुमति नहीं होगी। वे परिसर के बाहर मीडिया से बात कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सदन में बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार के तीन साल पूरे होने पर कोई जश्न नहीं मनाया जाएगा। सरकार केवल अपना विजन जनता के सामने रखेगी। सदन में पंचायती राज चुनाव पर भाजपा का ‘काम रोको प्रस्ताव’ मंजूर कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ही संविधान की असली रक्षक है।
इस सत्र में हिमाचल प्रदेश के विकास और आपदा प्रबंधन पर गंभीर चर्चा होगी। विधायकों ने कुल 744 प्रश्न लगाए हैं। इनमें 604 तारांकित और 140 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं। मुख्य मुद्दों में आपदा राहत, सड़कों का निर्माण, स्कूलों का विलय और नशे की रोकथाम शामिल है। सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच शिष्टाचार भेंट भी हुई।
