कांगड़ा, 26 नवंबर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने बुधवार को कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां क्षेत्र में शहीद विंग कमांडर नमांश सयाल के पैतृक निवास पर जाकर उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। ठाकुर ने इस दुखद घटना की निष्पक्ष, गहन और त्वरित जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि देश ने एक बहादुर और कर्तव्यनिष्ठ फाइटर पायलट को खो दिया है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
अनुराग ठाकुर नेशहीद नमांश सयाल के परिवार को विश्वास दिलाया कि वह स्वयं इस मामले की जांच प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि वह संबंधित अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट जल्द उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे। इससे परिवार को किसी भी तरह के अनावश्यक विलंब का सामना नहीं करना पड़ेगा। ठाकुर ने जोर देकर कहा कि ऐसे वीर सपूतों के परिवारों का सम्मान और सहयोग सर्वोच्च प्राथमिकता है।
शहीद विंग कमांडर नमांश सयाल केपिता जगन्नाथ सयाल, जो स्वयं एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी हैं, इस दौरान भावुक नजर आए। उन्होंने बताया कि दुनिया भर से मिले सम्मान ने उन्हें गहराई तक छू दिया है। उन्होंने खुलासा किया कि 80 से अधिक देशों के पायलटों ने नमांश को श्रद्धांजलि दी। रूसी पायलटों ने एक विशेष प्रदर्शन किया और अमेरिकी पायलटों ने सम्मान स्वरूप अपना एयर शो रद्द कर दिया।
जगन्नाथ सयाल नेअपनी सात साल की पोती के भविष्य के लिए भी संकल्प जताया। उन्होंने कहा कि वह अपनी पोती को भी फाइटर जेट पायलट बनाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके बेटे नमांश को बचपन से ही जहाज उड़ाने का शौक था। उनकी बेटी में भी यही जुनून देखने को मिल रहा है। परिवार की यह इच्छा सैन्य सेवा के प्रति उनके अटूट लगाव को दर्शाती है।
अनुराग ठाकुर नेइस कठिन समय में पूरे देश की ओर से सयाल परिवार के साथ खड़े होने का संदेश दिया। उन्होंने शहीद के पिता से धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया। साथ ही ईश्वर से परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की। ठाकुर ने कहा कि यह दुखद घटना पूरे राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है।
सांसद अनुराग ठाकुर नेकहा कि विंग कमांडर नमांश सयाल का बलिदान देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। उनकी वीरता, कर्तव्यपरायणता और देशभक्ति सदैव स्मरण की जाएगी। यह बलिदान आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा। देश ऐसे वीर सपूतों के त्याग को कभी नहीं भूल पाएगा।
