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शिमला, 09 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ के बीच शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का बयान राजनीतिक हलचल तेज कर गया है। ठाकुर ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कहा कि अगर पार्टी हाईकमान ने उन पर भरोसा जताया, तो वह मंत्री पद छोड़कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि वह इस समय शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं, लेकिन यदि संगठन को उनकी जरूरत है तो बिना किसी हिचकिचाहट के मंत्री पद छोड़ देंगे। ठाकुर ने यह भी कहा कि पार्टी का सिद्धांत “एक व्यक्ति, एक पद” का है, इसलिए दोनों जिम्मेदारियां एक साथ नहीं निभाई जा सकतीं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर पार्टी में चर्चाएं तेज हैं। जानकारी के अनुसार, इसी माह नए अध्यक्ष की ताजपोशी होनी है। वर्तमान में प्रतिभा सिंह का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और उन्हें कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी निभाने के निर्देश दिए गए हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, अध्यक्ष पद की दौड़ में तीन नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं—विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व विधायक कुलदीप सिंह राठौर। जातीय समीकरण के आधार पर विनय कुमार सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, क्योंकि पार्टी अनुसूचित जाति वर्ग से अध्यक्ष बनाकर एक बड़े वोट बैंक को साधने की रणनीति पर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी हाल ही में संकेत दिए थे कि इस महीने के अंत तक प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। ऐसे में रोहित ठाकुर का यह बयान प्रदेश कांग्रेस में चल रही अंदरूनी खींचतान को और भी दिलचस्प बना रहा है।
