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नेशनल डेस्क। सरकार के निर्देशों के अनुसार अब ऑयल कंपनियों द्वारा पेट्रोल में 15 से 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जा रहा है। यह कदम पर्यावरण के अनुकूल पहल के तहत उठाया गया है। हालांकि वाहन मालिकों को इसके उपयोग में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
सूचना बोर्ड के अनुसार, एथेनॉल पानी में घुलनशील होता है, जिससे यदि वाहन की फ्यूल टैंक में नमी या पानी प्रवेश कर जाए तो पेट्रोल की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। इससे वाहन स्टार्ट होने में दिक्कत या झटके महसूस हो सकते हैं।
ऑयल कंपनियों ने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे समय-समय पर अपने वाहन की पेट्रोल टैंक की सफाई करवाते रहें ताकि किसी भी प्रकार की समस्या से बचा जा सके। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि वाहन की टंकी में पानी पाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी वाहन मालिक की होगी।
कंपनियों ने बताया कि पेट्रोल की गुणवत्ता जांचने की सुविधा पंप पर उपलब्ध है, लेकिन वाहन के पंप से निकलने के बाद किसी प्रकार की गारंटी नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, पंप पर पेट्रोल कैन या बोतल में नहीं दिया जाएगा।