न्यूज अपडेट्स
चम्बा, 02 अक्टूबर। हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों की खस्ता हालत को लेकर अब यात्री खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। चम्बा से शिमला नॉन स्टॉप चलने वाली बस की स्थिति इतनी खराब पाई गई कि यात्रियों को टूटी-फूटी सीटों और गंदगी के बीच सफर करना पड़ा।
यात्रियों ने आरोप लगाया कि वे पूरा किराया चुकाते हैं, लेकिन सफाई और आराम जैसी बुनियादी सुविधाएं कभी नहीं मिलतीं। उनका कहना है कि सरकार और निगम केवल जेब ढीली करने का काम कर रहे हैं, जबकि जनता की मुश्किलों पर किसी का ध्यान नहीं है।
सबसे बड़ा सवाल बस की पासिंग को लेकर उठ रहा है। लोगों का कहना है कि जब यह बस पास हुई तो क्या मोटरयान निरीक्षक (एमवीआई) ने अंदर आकर इसकी हालत देखी भी थी या सिर्फ कागजों में औपचारिकता पूरी की गई? अगर पासिंग के बावजूद बस का हाल ऐसा है, तो यह निरीक्षण व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।
यात्रियों ने यह भी कहा कि निजी बसों में भले ही हमेशा सुविधाएं बेहतर न हों, लेकिन वहां कम से कम टूटी-फूटी और गंदी सीटों पर सफर नहीं करना पड़ता। उन्होंने सवाल उठाया – क्या यही स्वच्छ भारत है, जिसकी बात सरकार करती है?
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार और एचआरटीसी ने जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो यात्रियों का गुस्सा सड़कों पर भी फूट सकता है।
