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शिमला, 01 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश सरकार ने सीनियर IAS संजय गुप्ता को हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है। गुप्ता के कार्यभार संभालने के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पंत इस चार्ज से मुक्त हो जाएंगे। गुप्ता फिलहाल रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन-सह-प्रबंध निदेशक का जिम्मा भी निभाते रहेंगे। सरकार ने उन्हें मुख्य सचिव के समान रैंक दिया है। गुप्ता इससे पहले भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन रह चुके हैं।
इसी क्रम में पूर्व मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, को सरकार ने हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड (HPSEB) का चेयरमैन नियुक्त किया है। सक्सेना को भी मुख्य सचिव के समकक्ष रैंक दिया गया है। इससे पहले सुक्खू सरकार ने उन्हें मुख्य सचिव रहते हुए 6 माह का सेवा विस्तार दिया था।
यह भी अहम है कि मुख्य सचिव की दौड़ में संजय गुप्ता का नाम सबसे आगे माना जा रहा था। वे 1988 बैच के IAS और राज्य के सबसे सीनियर अधिकारी हैं। लेकिन अब उनकी तैनाती प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में होने के बाद, 1993 बैच के IAS अधिकारी केके पंत के नए मुख्य सचिव बनने की संभावनाएं और प्रबल हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक आज इस पर अंतिम फैसला हो सकता है।
वहीं सीनियॉरिटी में केके पंत के बाद एसीएस ओंकार शर्मा का नाम आता है, लेकिन चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले की जांच रिपोर्ट को लेकर उठे सवालों की वजह से उनके मुख्य सचिव बनने की संभावना कम मानी जा रही है।
सरकार के इस कदम से यह साफ है कि प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव किया जा रहा है और आने वाले दिनों में हिमाचल की ब्यूरोक्रेसी में और फेरबदल संभव है।
