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ऊना, 27 सितंबर। ऊना ज़िले के बंगाणा उपमंडल की बैरियां पंचायत में 24 वर्षीय अंशिका की हत्या ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। 24 सितंबर को जिस घर से बारात उठनी थी, 25 सितंबर को वहां बेटी की अर्थी उठी। शादी से ठीक पहले हुए इस हत्याकांड ने गांव को सदमे और गुस्से में डाल दिया है।
योजनाबद्ध तरीके से हत्या
पुलिस रिमांड पर चल रहे सेना के जवान प्रवेश कुमार ने कबूल किया कि 23 सितंबर की रात उसने प्रेमिका अंशिका को बुलाया और सेना से मिला धारदार चाकू निकालकर उसका गला दो बार रेता। पहचान छिपाने के लिए उसने बाइक से पेट्रोल निकालकर शव को आग भी लगा दी। आरोपी ने बताया कि अंशिका उसके एटीएम कार्ड से करीब आठ लाख रुपये खर्च कर चुकी थी और लगातार पैसों की मांग कर रही थी। इसी तनाव से तंग आकर उसने हत्या की साजिश रची।
रिश्तों का विवाद और गर्भवती होने की बात
प्रवेश पहले से विवाहित था और तलाक के बाद अंशिका के संपर्क में आया। चार महीने पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज भी कर ली थी। परिवारों की सहमति के बाद 24 सितंबर को सामाजिक रीति-रिवाज से शादी तय हुई थी। लेकिन उससे पहले ही यह दर्दनाक वारदात हो गई। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि अंशिका करीब छह महीने की गर्भवती थी। प्रवेश चाहता था कि वह गर्भपात करा दे, लेकिन अंशिका के इंकार करने पर दोनों के बीच विवाद गहरा गया।
ताऊ पर भी कार्रवाई
हत्या के बाद प्रवेश ने अपने ताऊ संजीव कुमार, जो सेवानिवृत्त फौजी हैं, को घटना की जानकारी दी। आरोप है कि संजीव ने उसे अपनी गाड़ी से जम्मू यूनिट तक छोड़ा। हालांकि वह हत्या की साजिश में शामिल नहीं था, लेकिन आरोपी की मदद करने के कारण उसे भी आरोपित बनाया गया है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी जवान को जम्मू से गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया। उसके साथ ताऊ संजीव को भी बेड़ियों में लाया गया। एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल चाकू वही था, जो प्रवेश को सेना में प्रशिक्षण के दौरान मिला था। मामले की गहन जांच जारी है।
गांव का गुस्सा और परिवार का दर्द
अंशिका का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और वह अपनी मां व गोद लिए भाई के साथ कच्चे मकान में रहती थी। शादी के लिए घर में रखा सामान अब भी कोने में रखा है। गुरुवार को गमगीन माहौल में अंशिका का अंतिम संस्कार हुआ। गांववाले आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।