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घुमारवीं, 21 सितंबर। वन विभाग के आईडीपी कार्यालय में शनिवार को टेंडर प्रक्रिया के दौरान जमकर हंगामा हुआ। आरोप है कि मंत्री राजेश धर्माणी के संरक्षण में राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए कांग्रेस समर्थित ठेकेदारों को फायदा पहुँचाने की कोशिश की गई।
भाजपा समर्थित ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि उन्हें कार्यालय के भीतर जाने से रोकने के लिए धक्का-मुक्की की गई, जबकि मंत्री के नजदीकी ठेकेदारों को अंदर प्रवेश दिया गया। बताया जा रहा है कि संबंधित अधिकारी भी देरी से पहुंचे, जिससे संदेह और गहरा गया।
पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से घुमारवीं में लोक निर्माण, जल शक्ति और अन्य विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है। टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता पूरी तरह से गायब है और सब कुछ “अंडर टेबल” तरीके से किया जा रहा है।
विरोध जताते हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने चेतावनी दी है कि यदि शनिवार को हुए टेंडर को रद्द नहीं किया गया और धक्का-मुक्की करने वाले कांग्रेस समर्थित ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।
