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भिंडी (मंडी), 29 सितंबर। मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल की एक पंचायत की महिला प्रधान का ऑडियो सामने आने के बाद पंचायत व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। महिला प्रधान पर आरोप है कि उन्होंने रेत-बजरी की सप्लाई के नाम पर प्रति टिप्पर 500 रुपये की रिश्वत मांगते हुए कहा कि यदि पैसे नहीं दिए तो बिल पास नहीं होगा।
यह मामला तब सामने आया जब संबंधित व्यक्ति ने बातचीत की रिकॉर्डिंग इंटरनेट मीडिया पर सार्वजनिक कर दी। ऑडियो में महिला प्रधान कहते सुनी जा रही हैं— “तुम भी कमाओ और मुझे भी कमाने दो, इसलिए रेत-बजरी की सप्लाई का काम दिया।”
सूत्रों के अनुसार, यह महिला प्रधान पिछले तीन साल से पंचायत का काम देख रही हैं और पहले भी कई बार उन पर इस तरह के आरोप लग चुके हैं। बताया जा रहा है कि पंचायत में करीब लाखों रुपये के बिल अटके हुए हैं, जिन्हें पास करने के लिए वह ठेकेदारों से प्रति टिप्पर 500 रुपये की मांग कर रही थीं।
ऑडियो वायरल होने के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोग कह रहे हैं कि जब योजनाओं और विकास कार्यों के लिए जनता से पैसे वसूले जाएंगे तो ईमानदारी और पारदर्शिता की उम्मीद करना व्यर्थ है। वहीं, इस घटना ने ग्रामीण प्रशासन पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि पंचायत प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी जनता की भलाई और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने की होती है, लेकिन इस तरह का भ्रष्टाचार पंचायत व्यवस्था की साख पर सवाल खड़े कर रहा है।
