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धर्मशाला, 22 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने नगरोटा बगवां क्षेत्र के रौंखर निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने ही घर के अंदर हाईटेक तकनीक से हाइब्रिड भांग की खेती कर रखी थी। आरोपी ने कमरे, छत और लेंटर पर बने विशेष कक्षों में वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करते हुए पौधे उगाए थे।
पुलिस भी देख हैरान
एसपी कांगड़ा अशोक रत्न की निगरानी में पुलिस की विशेष टीम ने करीब एक महीने की गुप्त जांच और निगरानी के बाद यह कार्रवाई की। छापेमारी में पुलिस ने देखा कि आरोपी ने कमरों में तापमान नियंत्रित रखने के लिए पंखे, थर्मामीटर और वेंटिलेशन सिस्टम लगाए हुए थे। पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप सिस्टम जैसी तकनीक अपनाई गई थी। परिपक्व पौधों को छत पर रस्सियों से बांधकर सुखाया जाता था, जिनसे उच्च गुणवत्ता की चरस तैयार होती थी।
विदेशी नेटवर्क से जुड़ा था धंधा
जांच में पता चला है कि आरोपी धर्मशाला और मैक्लोडगंज आने वाले विदेशी पर्यटकों को इस चरस की सप्लाई करता था। करंसी एक्सचेंज का काम करने की आड़ में उसने अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों से नेटवर्क बनाया हुआ था। विदेशी पार्टियों में इस चरस की आपूर्ति की जाती थी। पुलिस का मानना है कि यह मामला साधारण नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े संगठित अपराध का हिस्सा है।
बरामदगी और गिरफ्तारी
पुलिस को आरोपी के घर से 23 पौधे, 13 कलमें, 27 सुखाए पौधे और तीन लिफाफों में सूखी पत्तियां मिलीं। इसके अलावा 11 अमेरिकी डॉलर, 2 नेपाली नोट और 13,300 रुपये नकद भी बरामद किए गए। आरोपी घर में अकेला रहकर यह अवैध कारोबार चला रहा था, क्योंकि उसके माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका था।
प्रदेश का पहला मामला
एएसपी कांगड़ा वीर बहादुर ने बताया कि यह हिमाचल प्रदेश का पहला मामला है, जिसमें इतने वैज्ञानिक और तकनीकी तरीके से भांग की खेती की जा रही थी। पुलिस ने सभी पौधों को मौके पर नष्ट कर आरोपी को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ जारी है ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।