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शिमला, 28 सितंबर। प्रदेशभर में 108 व 102 एम्बुलैंस सेवाएं 2 अक्तूबर की रात 8 बजे से 3 अक्तूबर की रात 8 बजे तक पूरी तरह ठप रहेंगी। यूनियन ने डीसी के माध्यम से सरकार को नोटिस भेजते हुए यह हड़ताल करने का ऐलान किया है। इस दौरान 24 घंटे तक आम जनता एम्बुलैंस सेवाओं से महरूम रहेगी।
प्रदेश के 108-102 एम्बुलैंस कर्मचारी यूनियन ने सीटू, एनएचएम और मैडस्वान फाउंडेशन प्रबंधन की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ यह निर्णय लिया है। यूनियन पदाधिकारियों का आरोप है कि मैडस्वान फाउंडेशन के अधीन काम कर रहे कर्मचारियों का लगातार शोषण हो रहा है। कर्मचारियों को न तो सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन मिल रहा है और न ही 12 घंटे की ड्यूटी के बाद ओवरटाइम का भुगतान।
यूनियन का कहना है कि हाईकोर्ट, लेबर कोर्ट और श्रम कार्यालय के आदेशों के बावजूद वर्षों से स्थिति जस की तस बनी हुई है। नेतृत्वकारी कर्मचारियों का तबादला कर दिया जाता है या मानसिक प्रताड़ना देकर त्यागपत्र देने पर मजबूर किया जाता है। वहीं, ईपीएफ और ईएसआई के क्रियान्वयन में भी गंभीर खामियां पाई गई हैं।
कर्मचारियों का यह भी कहना है कि मैडस्वान फाउंडेशन से पहले जब वे जीवीके ईएमआरआई कंपनी के अधीन कार्यरत थे, तब भी छंटनी और सेवा समाप्ति पर उन्हें किसी प्रकार का छंटनी भत्ता, ग्रेच्युटी या नोटिस पे नहीं दिया गया। यूनियन ने स्पष्ट किया कि कर्मचारियों के हक और सम्मान की लड़ाई को देखते हुए यह 24 घंटे की हड़ताल अनिवार्य हो गई है।