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चंडीगढ़, 05 सितंबर। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) और चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) के बीच बस अड्डे पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वीरवार को सेक्टर-43 आईएसबीटी में एचआरटीसी बसों को काऊंटर पर खड़ा करने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि सीटीयू पदाधिकारियों ने निगम चालक-परिचालकों के साथ धक्का-मुक्की कर दी। इस दौरान हुए हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
जानकारी के अनुसार, बस अड्डा प्रभारी ने एचआरटीसी की बसों को काऊंटर पर लगाने से रोक दिया। निगम कर्मचारियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें इस तरह परेशान किया गया हो, बल्कि इससे पहले भी कई बार ऐसे हालात बन चुके हैं। विवाद के बीच एक निगम कर्मचारी का मोबाइल भी टूट गया। निगम चालक-परिचालकों का आरोप है कि चंडीगढ़ में उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है और उनकी सुरक्षा को भी खतरा बना रहता है।
मोहाली से चलाने की उठी मांग
कर्मचारियों का कहना है कि यदि विवाद लगातार जारी रहता है तो निगम को अपनी बसें मोहाली बस अड्डे से संचालित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ बस अड्डे पर प्रतिमाह लाखों रुपये अड्डा फीस चुकाने के बावजूद एचआरटीसी को उचित सुविधाएं नहीं मिलतीं। वर्तमान में निगम की लगभग 250 बसें चंडीगढ़ से संचालित होती हैं।
चंडीगढ़ में हिमाचलियों की बड़ी संख्या
चालक-परिचालकों ने यह भी कहा कि चंडीगढ़ में हिमाचलियों की संख्या काफी अधिक है। यहां हजारों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और कई लोग नौकरी करते हैं। ऐसे में हिमाचल सरकार को आगे आकर चंडीगढ़ प्रशासन और सीटीयू से बातचीत करनी चाहिए ताकि समस्या का समाधान हो सके और निगम कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो।
क्या कहते हैं एचआरटीसी अधिकारी
एचआरटीसी शिमला के डीएम देवासेन नेगी ने बताया कि हाल ही में भारी बारिश के चलते बसें कई बार देरी से काऊंटर तक पहुंच पाई हैं। इसी वजह से सीटीयू प्रबंधन और निगम कर्मचारियों के बीच विवाद की स्थिति बनी। उन्होंने कहा कि संबंधित आरएम के हस्तक्षेप से मामला सुलझा लिया गया है।
