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बिलासपुर, 30 सितंबर। चंडीगढ़–मनाली फोरलेन से गुजरने वाले लाखों पर्यटक और राहगीरों के लिए औहर के पास स्थापित नया प्याऊ श्रद्धा, शुद्धता और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम बनने जा रहा है। नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी की पहल पर जल शक्ति विभाग घुमारवीं उपमंडल द्वारा इस प्याऊ का निर्माण किया गया है।
इस प्याऊ की विशेषता यह है कि यहां उपलब्ध पेयजल बिलासपुर जिले के पौराणिक रूकमणी कुंड से लाया गया है। जल को आधुनिक यूवी ट्रीटमेंट तकनीक से शुद्ध किया जाता है और इसकी गुणवत्ता की जानकारी स्थल पर लगे स्क्रीन पर रियल टाइम प्रदर्शित होती है। इससे यात्रियों को पूरी पारदर्शिता के साथ शुद्ध पानी उपलब्ध होगा।
रूकमणी कुंड प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। लोककथाओं के अनुसार, अकाल के समय रूकमणी नामक महिला के बलिदान से यहां जलधारा फूटी थी, जो आज भी श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनी हुई है। यहां का जल औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है और त्वचा संबंधी रोगों में लाभकारी माना जाता है।
मंत्री धर्माणी ने कहा कि यह प्याऊ केवल प्यास बुझाने का स्थान नहीं है, बल्कि आस्था, संस्कृति और धरोहर का प्रतीक भी है। इससे आने वाली पीढ़ियां न केवल हमारी परंपराओं से जुड़ेंगी, बल्कि जल संरक्षण का महत्व भी समझेंगी।
प्याऊ स्थल पर बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है, जिस पर जल शक्ति विभाग और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस प्याऊ का उद्घाटन शीघ्र ही किया जाएगा और इसे जनता तथा पर्यटकों को समर्पित कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि जल मानव जीवन का आधार है और इसका संरक्षण हर व्यक्ति का कर्तव्य है। औहर का यह प्याऊ पर्यटकों और राहगीरों को न सिर्फ शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराएगा, बल्कि उन्हें जल संरक्षण, सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक आस्था का संदेश भी देगा।
