न्यूज अपडेट्स
शिमला, 04 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में लॉटरी प्रणाली को दोबारा शुरू करने के सरकार के फैसले ने प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त हलचल पैदा कर दी है। जहां सरकार इस कदम को राजस्व बढ़ाने की दिशा में एक अहम प्रयास बता रही हैए वहीं विपक्ष इसे एक गंभीर साजिश करार दे रहा है। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले को राजनीतिक घोटाले की शक्ल देते हुए पर्दे के पीछे एक लॉबी के सक्रिय होने की बात कही है।
प्रदेश के बाहर हुई लॉटरी की डील
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल में लॉटरी फिर से शुरू करने के लिए डील प्रदेश के बाहर, खासतौर पर पंजाब में हुई है। इसके पीछे कौन लोग हैं, इस पर सरकार पूरी तरह चुप है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि अगर लॉटरी हिमाचल में शुरू की जा रही है, तो इसकी योजना और सौदा पंजाब में क्यों किया गया? यह किसके साथ और कितनी कीमत पर हुआ ?
पर्दे के पीछे एक लॉबी खेल रही बड़ा खेल
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की लॉटरी के पीछे एक बड़ा खेल हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस पूरे प्रकरण में एक प्रभावशाली लॉबी पर्दे के पीछे काम कर रही है, जो सरकार पर दबाव बनाकर लॉटरी सिस्टम लागू करवा रही है। अब इस पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि हिमाचल में लॉटरी शुरू की जा रही है तो इसके लिए सौदा कहां, किसके साथ हुआ और कितने में हुआघ् कहा जा रहा है कि पंजाब में ही बैठकर इसे शुरू करने का प्लान बनाया गया है। भाजपा इसको लेकर चुप बैठने वाली नहीं है। जल्द ही पार्टी के साथ बैठकर इसको लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
लॉटरी से तबाह हुए थे परिवार, पुराना अनुभव याद दिलाया
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल पहले भी लॉटरी की कीमत चुका चुका है। उन्होंने याद दिलाया कि धूमल सरकार ने जनता के हित में इस सिस्टम को बंद किया था, क्योंकि इससे कई परिवार कर्ज के बोझ में डूब गए थे, घर नीलाम हो रहे थे और सामाजिक ताना.बाना बिखर गया था। बाद में वीरभद्र सिंह सरकार ने इसे फिर शुरू किया, लेकिन आत्ममंथन के बाद उन्होंने भी लॉटरी प्रणाली को बंद करने का फैसला लिया। अब कांग्रेस सरकार द्वारा दोबारा इसे लागू करना जनविरोधी फैसला बताया जा रहा है।
राजस्व बढ़ाने के नाम पर शराब, टैक्स और अब लॉटरी
भाजपा का आरोप है कि सरकार अपनी नाकाम आर्थिक नीतियों की भरपाई अब शराब के ठेकों, टैक्स और लॉटरी जैसे विकल्पों से कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनाव से पहले वादा किया था कि आय बढ़ाने के लिए वैकल्पिक स्रोत खोजे जाएंगे। वॉटर सेस की बात कही गई थी, एक्साइज पॉलिसी में बड़े बदलावों की घोषणा की गई थी, लेकिन नतीजा उलटा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार स्कूलों को बंद कर रही है, लेकिन शराब और लॉटरी जैसे व्यवसायों को बढ़ावा दे रही है, जिससे जनता में गहरा रोष है।