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बिलासपुर, 02 अगस्त। (अनिल) नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने युवाओं को लघु व छोटे उद्योगों के साथ जोड़ने के लिए चार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में कृषि आधारित पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इन पाठ्यक्रमों में आईटीआई नादौन में कृषि, आईटीआई घुमारवीं में बागवानी, आईटीआई ठियोग में बागवानी और आईटीआई शाहपुर में पशुपालन पाठ्यक्रम शामिल हैं।
कृषि आधारित पाठ्यक्रमों का महत्व
- नई दिशा: इन पाठ्यक्रमों के शुरू होने से युवाओं को कृषि और बागवानी के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
- स्वरोजगार: इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से युवा स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठा सकेंगे।
- कृषि क्षेत्र में सुधार: इन पाठ्यक्रमों से कृषि क्षेत्र में सुधार होगा और युवाओं को इस क्षेत्र में आकर्षित किया जा सकेगा।
सरकार की पहल
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- किसानों और बागवानों का सशक्तिकरण: सरकार ने किसानों और बागवानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई पहल की हैं।
- प्राकृतिक खेती को बढ़ावा: सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
डेरीका फार्म का उद्घाटन
- नए अवसर: डेरीका फार्म के उद्घाटन से क्षेत्र के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे।
- रोजगार के अवसर: डेरीका फार्म ने सीधे तौर पर 20 लोगों को रोजगार प्रदान किया है और लगभग 100 किसान इससे जुड़ चुके हैं।
- सरकार की मदद: सरकार डेरीका फार्म को हर संभव मदद प्रदान करेगी।
आगे की योजना
- प्रदर्शनी फार्म के तौर पर विकसित करना: राजेश धर्माणी ने डेरीका फार्म को प्रदर्शनी फार्म के तौर पर विकसित करने का आग्रह किया।
- सोलर डिहाइड्रेशन यूनिट स्थापित करना: उन्होंने सोलर डिहाइड्रेशन यूनिट स्थापित करने की भी सलाह दी।
इन पहलों से उम्मीद है कि क्षेत्र के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे और वे स्वरोजगार के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बना सकेंगे। इस मौके पर पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, जिला पार्षद गौरव शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।