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कांगड़ा, 10 मई। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के शाहपुर उपमंडल से एक बार फिर मातृभूमि के लिए बलिदान की गूंज उठी है। 25 पंजाब रेजीमेंट में तैनात सूबेदार मेजर पवन कुमार सीमावर्ती राजौरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की जा रही भारी गोलीबारी का जवाब देते हुए शहीद हो गए।
जवाबी गोलीबारी में शहीद हुए जवान
बताते चलें कि शहीद पवन कुमार एक सैन्य परिवार से थे, जिनके पिता गरज सिंह भी भारतीय सेना में हवलदार के पद से सेवा निवृत्त हो चुके हैं। जम्मू की सीमावर्ती इलाके में भारी गोलीबारी का जवाब देते हुए पवन शहीद हुए हैं।
शाहपुर में गर्व और ग़म से भरा माहौल
शहीद पवन कुमार की शहादत की खबर जैसे ही शाहपुर स्थित उनके पैतृक गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोगों के चेहरे पर गर्व भी है और आंखों में आंसू भी। स्थानीय लोग, प्रशासनिक अधिकारी और पूर्व सैनिक उनके घर पहुंचने लगे हैं। गांव में हर कोई पवन कुमार को श्रद्धांजलि दे रहा है, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
सेना में साहस और समर्पण की मिसाल
सूबेदार मेजर पवन कुमार की गिनती बेहद अनुशासित, निडर और कर्मठ सैनिकों में होती थी। 25 पंजाब रेजीमेंट में वे अपनी कर्तव्यनिष्ठा और नेतृत्व के लिए पहचाने जाते थे। वे सीमावर्ती इलाकों में तैनात रहते हुए कई बार आतंकियों और दुश्मन के नापाक इरादों को नाकाम कर चुके थे।