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शिमला, 10 मई। भारत के कई शहरों पर पाकिस्तान की ओर से मिसाइल और ड्रोन हमले की कोशिश के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से सख्त कर दिया गया है। प्रदेश के चारों पुलिस रेंज शिमला, सेंट्रल, साउथ और नॉर्थ को विशेष सतर्कता के निर्देश जारी हुए हैं। साथ ही, पुलिस, स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े अधिकारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।छुट्टी वाले दिन CM सुक्खू सचिवालय पहुंचे है और स्थिति का जायजा लिया है।
पर्यटन स्थलों की निगरानी तेज
कुल्लू-मनाली, धर्मशाला, मैक्लोडगंज, चंबा-खजियार और शिमला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया गया है। संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि सायरन बजने या अलर्ट आने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएं और अफवाहों से बचते हुए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
सीमा से सटे क्षेत्रों में विशेष निगरानी
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि पठानकोट में हुए ड्रोन हमले के बाद हिमाचल के सीमांत क्षेत्र नूरपुर और इंदौरा में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने स्थानीय पुलिस अधीक्षकों से व्यक्तिगत बातचीत कर फीडबैक भी लिया है। साथ ही गृह, सामान्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को 24 घंटे एक्टिव मोड में रहने को कहा गया है।
सीएम ने बुलाई आपात बैठक, ब्लैकआउट के आदेश भी संभव
सीएम के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय आपात बैठक बुलाई है। जिन क्षेत्रों में ब्लैकआउट की जरूरत होगी वहां तत्काल कार्रवाई की जाएगी। हवाई अड्डों, धार्मिक स्थलों, पुलों और बांधों की सुरक्षा भी मजबूत की जा रही है।
कुफरी के व्यापारियों ने सेना को समर्पण दिखाया
कुफरी के पर्यटन कारोबारियों ने पाकिस्तान की हरकतों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सेना के लिए रक्तदान और आर्थिक सहायता भेजने का एलान किया है। उनका कहना है कि अगर हिमाचल की जनता ने "बाप वाला गुस्सा" दिखा दिया तो पाकिस्तान का नाम-ओ-निशान मिट जाएगा।