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शिमला/दिल्ली। हिमाचल कांग्रेस के तीन शीर्ष नेता सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री आज दिल्ली रवाना हो रहे हैं। ये तीनों नेता कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें देशभर में ‘संविधान बचाओ अभियान’ को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
बता दें कि हिमाचल के बिलासपुर में पिछले कल हुए बवाल के बाद दिल्ली का ये दौरा अहम माना जा रहा है। पार्टी के कई कार्यकर्ता नाराज चल रहे है। ऐसे में प्रतिभा सिंह के खिलाफ भी पिछले कल नारे लगे और इस्तीफे की मांग करते हुए कई कार्यकर्ता नजर आएं।
बताया जा रहा है कि सीएम सुक्खू बीती शाम को ही चंडीगढ़ पहुंच चुके थे और आज सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो चुके है। यह दौरा सिर्फ संगठनात्मक नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के भविष्य के रोडमैप को लेकर भी अहम माना जा रहा है।
गांव-गांव तक जाएगी कांग्रेस
CWC की इस मीटिंग में अहमदाबाद सम्मेलन में तय किए गए 'संविधान बचाओ अभियान' को गांव-गांव तक ले जाने की योजना पर चर्चा होगी। कांग्रेस पार्टी ने इसे एक राष्ट्रीय अभियान का स्वरूप देने का फैसला किया है, जिसके तहत हिमाचल समेत सभी राज्यों में रैलियां, जनसभाएं और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
हिमाचल में इन रैलियों का शेड्यूल जारी हो चुका है, लेकिन अब सवाल यह है कि इन्हें किस तरह प्रभावशाली बनाया जाए। दिल्ली में होने वाली यह बैठक इन्हीं रणनीतियों को अंतिम रूप दे सकती है।
संगठन को लेकर असंतोष: हाईकमान से होगी सीधी बात
हिमाचल में कांग्रेस को छह महीने से स्थायी संगठन नहीं मिला है। न जिलाध्यक्ष हैं, न ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति हो पाई है। पार्टी कार्यकर्ता खुद को 'अनाथ' महसूस कर रहे हैं। सुक्खू सरकार में मंत्री चंद्र कुमार पहले ही संगठन को पैरालाइज्ड कह चुके हैं। सीएम, प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस हाईकमान से सीधे बात करेंगे। संगठन के पुनर्गठन और नियुक्तियों में तेजी लाने की मांग भी रखी जाएगी।
बिलासपुर से उठी आवाज़
बिलासपुर में आयोजित कांग्रेस मीटिंग में स्थानीय नेता साबरदीन ने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और हाईकमान को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सबसे पुरानी पार्टी में जिलाध्यक्ष तक नहीं है। कार्यकर्ता अनाथ हो गया है। यह बयान हिमाचल कांग्रेस की जमीनी स्थिति की सच्चाई को उजागर करता है।