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बिलासपुर, 03 मई । हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा पहले ही चरमराई हुई है। धीरे-धीरे अव्यवस्था का आलम ग्रामीण डिस्पेंसरीज में भी पसरता जा रहा है। बिलासपुर जिले के राजपुरा में सरकारी डिस्पेंसर में एक घायल महिला को इलाज नहीं मिला। जब उसके बेटे ने डॉक्टर की बेरुखी की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तो स्वास्थ्य अधिकारी ने बीएमओ को जांच सुपुर्द की है।
महिला के चेहरे पर किसी चीज से गहरी चोट लगी थी। उसके मुंह से खून बह रहा था। महिला उसकी हालत में अपने बेटे और परिजनों के साथ राजपुरा की सरकारी डिस्पेंसरी इलाज के लिए पहुंची तो पता चला कि डिस्पेंसरी सुबह 9:30 बजे खुलेगी। करीब 20 मिनट तक इंतजार करने के बाद जब डिस्पेंसरी खुली तो डॉक्टर गायब मिले।
बेटे ने डॉक्टर पर लगाए संगीन आरोप
वायरल वीडियो में महिला का बेटा डॉक्टर पर मां का इलाज न करने का आरोप लगाते हुए कह रहा है कि डॉक्टर ने आने में इतनी देर लगा दी कि अब वे अपनी मां को इलाज के लिए बिलासपुर लेकर जा रहे हैं। हालांकि, वीडियो में यह नजर आ रहा है कि डिस्पेंसरी संचालक की इस लापरवाही के कारण महिला का काफी खून बह गया है। उसे तुरंत मरहम पट्टी और इलाज की जरूरत थी, जो समय पर नहीं मिल पाई। लंबे इंतजार के बावजूद जब इलाज नहीं मिला तो बेटे ने मां को बिलासपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज हुआ।
स्वास्थ्य अधिकारी बोले- इलाज मिलना चाहिए
सोशल मीडिया पर बेटे का वीडियो वायरल होने के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले की जांच बीएमओ मार्कंड को सौंप दी। बीएमओ से जल्दी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि अगर डॉक्टर पर दोष साबित हुआ तो विभाग सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई मरीज आपात स्थिति में डिस्पेंसरी आता है तो हर हाल में उसका इलाज होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वीडियो में महिला के बेटे के आरोपों की जांच होगी। महिला का बिलासपुर में इलाज चल रहा है।