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बिलासपुर, 01 मई। हिमाचल के बिलासपुर जिले के घुमारवीं शहर के व्यस्त दकड़ी चौक पर मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी को पहचान पत्र मांगना उस समय भारी पड़ गया, जब लकड़ी का काम करने वाले कुछ कश्मीरी मजदूरों ने न सिर्फ आईडी दिखाने से इनकार किया, बल्कि पुलिस कर्मी को डराने की कोशिश भी की। इनमें से एक ने तो हाथ में कुल्हाड़ी तक निकाल ली।
पुलिस को दिखाई कुल्हाड़ी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने उनसे परिचय पत्र दिखाने को कहा, तो पांचों मजदूर तैश में आ गए और पुलिस को धमकाने लगे। बात इतनी बढ़ गई कि उनमें से एक ने कुल्हाड़ी लहराकर डराने की कोशिश की और फिर भागने लगा।
कुल्हाड़ी से बाइक सवार को भी गिराया
भागने की कोशिश में आरोपी ने एक बाइक सवार को कुल्हाड़ी से टक्कर मार दी, जिससे वह गिर गया। हालाँकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। इस हंगामे को देखकर आसपास के लोग सतर्क हो गए और तत्परता दिखाते हुए भाग रहे एक आरोपी को पकड़ लिया गया। स्थानीय लोगों की मदद से अन्य चार मजदूरों को भी पकड़ लिया गया और सभी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। सभी का मेडिकल करवाया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
किराये पर रह रहे थे बाजार में
जानकारी के अनुसार, ये सभी व्यक्ति घुमारवीं बाजार के पास एक किराए के कमरे में रहते थे और लकड़ी काटने का काम करते थे। इनके बारे में स्थानीय स्तर पर कोई पुख्ता जानकारी नहीं थी, इसलिए पहचान पत्र जांचना ज़रूरी समझा गया था।पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन पांचों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है और उनके घुमारवीं में आने और रुकने की वजह को भी खंगाला जा रहा है।
थाना प्रभारी ने की पुष्टि
थाना प्रभारी अमिता चौधरी ने इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी को हिरासत में ले लिया गया है और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक कर्मी से दुर्व्यवहार और कुल्हाड़ी दिखाने के मामले में उचित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
स्थानीयों लोगों ने दिखाई सतर्कता, टला बड़ा हादसा
अगर समय पर स्थानीय लोग सक्रियता न दिखाते, तो यह घटना एक बड़े हादसे में बदल सकती थी। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में कुल्हाड़ी लेकर भागना एक गंभीर मामला है और पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इन लोगों के पास कुल्हाड़ी क्यों थी और उनके इरादे क्या थे।