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मंडी, 01 मई। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में नशे के खिलाफ चल रही पुलिस कार्रवाई को एक और सफलता मिली है। मंडी उपमंडल की SIU टीम ने तरोट के पास फोरलेन पर नाकाबंदी के दौरान दो युवकों को चरस की खेप के साथ धर दबोचा है।
दो चरस तस्कर अरेस्ट
बताया जा रहा है कि पुलिस टीम को ये सफलता नाकाबंदी के दौरान मिली है। पुलिस टीम ने कुल्लू से बिलासपुर की ओर जा रहे वाहनों की गहन जांच के लिए नाका लगाया हुआ था। इसी दौरान आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों में एक ने साधु का भेष धारण किया हुआ था।
कार के डैशबोर्ड में छिपाई थी खेप
घटना के दौरान जांच के लिए एक संदिग्ध कार (नंबर HP 32B-7007) को रोका गया। जब पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो कार के डैशबोर्ड में छिपाकर रखा गया एक पॉलीथिन पैकेट बरामद किया गया, जिसमें 114 ग्राम चरस मिली। नशीले पदार्थ की बरामदगी के बाद पुलिस ने मौके पर ही कार सवार दोनों व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया।स साथ ही आरोपियों की कार को भी कब्जे में ले लिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान-
मनोज कुमार पुत्र श्यामलाल निवासी गांव चांबा, जिला मंडी
शमशेर पुत्र राम कुमार निवासी गांव जफरगढ़, जिला जींद (हरियाणा)
मामले की पुष्टि करते हुए SP मंडी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS Act की धारा 20, 25 और 29 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी यह नशा कहां से लाए थे और इसका संभावित वितरण कहां होना था।
फैल रहा नशा तस्करी का कारोबार
वर्मा ने कहा कि मंडी जिला को नशामुक्त बनाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा और इस तरह की संयुक्त टीमें समय-समय पर विशेष चेकिंग अभियान चलाकर नशे के सौदागरों पर नकेल कसती रहेंगी। इस मामले से एक बार फिर साफ हो गया है कि नशा तस्करी अब राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों से निकलकर भीतरी इलाकों तक फैल चुकी है, और पुलिस को निरंतर सतर्क रहने की जरूरत है। लोगों से भी अपील की गई है कि यदि उन्हें अपने आस-पास किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।