दिल्ली। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की मंडी डिपो की एक बस पर 25 अप्रैल 2025 को दिल्ली बॉर्डर के नजदीक करनाल बाईपास पर कुछ उपद्रवियों ने एचआरटीसी बस हमला किया। यह घटना शुक्रवार दोपहर करीब 3:30 बजे हुई, जब मंडी से दिल्ली जा रही बस अपने गंतव्य से कुछ ही दूरी पर थी। हमले के कारण बस के शीशे टूट गए, और चालक मधुर मोहन की आंख में कांच का टुकड़ा लगने से वह घायल हो गया। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, इस घटना ने यात्रियों के बीच भय और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
हमले का घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार, कुछ बाइक सवार युवकों ने बस को ओवरटेक कर उसे जबरन रोका। उन्होंने आरोप लगाया कि चालक ने बस को उनकी ओर दबाने की कोशिश की। जब चालक मधुर मोहन और परिचालक ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया, तो बाइक सवारों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल शुरू कर दिया। इसके बाद एक जीप ने बस को ओवरटेक कर उसके आगे रुककर रास्ता अवरुद्ध किया। जीप से उतरे शरारती तत्वों ने लोहे की रॉड से बस के अगले और बगल के शीशों पर हमला किया, जिससे एचआरटीसी बस हमला ने यात्रियों को डरा दिया। बस सुबह 5:15 बजे मंडी से रवाना हुई थी और दोपहर 3:45 बजे दिल्ली के कश्मीरी गेट बस स्टैंड पहुंचने वाली थी।
चालक घायल, यात्री सुरक्षित
हमले में टूटे कांच के टुकड़े से बिलासपुर निवासी चालक मधुर मोहन की आंख में चोट लगी। घायल चालक को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। बस में सवार यात्रियों को सुरक्षित निकालकर अन्य बसों के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। इस एचआरटीसी बस हमला ने स्थानीय प्रशासन और एचआरटीसी अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी। एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अखिल अग्निहोत्री ने बताया कि घटना की शिकायत दिल्ली पुलिस को सौंप दी गई है, और दिल्ली स्थित एचआरटीसी कार्यालय को भी सूचित किया गया है।
पुलिस की देरी पर सवाल
हैरानी की बात है कि घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद दिल्ली पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, और देर शाम तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने पुलिस की इस सुस्ती पर सवाल उठाए हैं। एचआरटीसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा हो रही है, और लोग प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।