न्यूज अपडेट्स
मंडी। हिमाचल के नाचन विधानसभा क्षेत्र से एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें शिकायतकर्ता ने महादेव स्कूल के प्रधानाचार्य पर बेहद गंभीर आरोप लगाए गए है। पत्र में शिकायतकर्ता ने खुद को महादेव स्कूल में कार्यरत शिक्षक बताया है और महादेव स्कूल प्रधानाचार्य समेत कई बड़े नेताओं को छवि खराब करने की कोशिश की है। जिसके खिलाफ प्रधानाचार्य ने साइबर पुलिस को शिकायत दी है तथा कार्यवाही की मांग की है। पत्र पर प्रेषक का नाम रमेश लिखा है, जबकि स्कूल में रमेश नाम का कोई शिक्षक नहीं है।
CM को भेजा गया है पत्र
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह पत्र मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को लिखा है और पत्र की प्रतिलिपि राज्यपाल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा विधायक विनोद कुमार और कांग्रेस नेता नरेश चौहान को भी भेजी गई है तथा सरकार को बदनाम करने के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है। हालांकि न्यूज अपडेट्स नेटवर्क इस पत्र की पुष्टि नहीं करता।
वायरल पत्र में क्या लिखा
हस्तलिखित इस पत्र में लिखा गया है कि, “निवेदन है कि मैं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला महादेव में शिक्षक के रूप में कार्यरत हूं। हमारे विद्यालय में कार्यकारी प्रधानाचार्य श्री राजेश सैनी जी शिक्षकों के तबादले का 45,000-50,000 रुपये ले रहे हैं। उनका कहना है कि इसमें से 20,000 रूपये मुख्य-मंत्री को जाते है और बाकी लाल सिंह कौशल को पार्टी फंड देना पड़ता है। महोदय इन लोगो ने शिक्षकों के बहुत पैसे इकट्ठे करके सरकार को बदनाम किया है और पैसा इकट्ठा करने का धंधा बना लिया है। महोदय राजेश सैनी जो यून्यन का प्रधान है और लाल सिंह ने नाचन में बहुत बड़ी बदली को लिस्ट तैयार कर की है। आप खुद जाँच करवाए और आगे करवा रहे है तो आपको खुद यह स्पष्ट हो जाएगा। आपसे निवेदन है कि इनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए ताकि यह कार्य और सरकार को बदनाम करने का धंधा बंद हो सके।
पीड़ित प्रधानाचार्य ने दर्ज की शिकायत
इस मामले में पीड़ित प्रधानाचार्य ने पत्र प्रेषित करने वाले के खिलाफ साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज की है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि पत्र प्रेषित करने वाले ने बदनाम करने और उनके सम्मान को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से दुर्भावनापूर्ण तरीके से इस पत्र को वायरल किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनका इस तरह के भ्रष्टाचार कोई भी संबंध नहीं है। उन्होंने आगे लिखा है कि यह पत्र चंडीगढ़ सेक्टर 44 से स्पीड पोस्ट किया गया है और डीओपी से सीसीटीवी फुटेज/रिकॉर्डिंग सुरक्षित करने का भी आग्रह किया है।
पीड़ित प्रधानाचार्य ने साइबर पुलिस से उनका नाम, सम्मान और पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। शिकायतकर्ता के अनुसार उनकी शिकायत को साइबर पुलिस स्टेशन मंडी में पंजीकृत कर लिया गया है। जहां पुलिस इस मामले पर कार्यवाही करेगी।
क्या बोले लाल सिंह कौशल
इस बारे जब हमारी टीम की बात लाल सिंह कौशल से हुई उन्होंने कहा कि यह मुझे, कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री को बदनाम करने की नाकाम कोशिश है। अगर इस मामले में जरा भी सच्चाई होती तो महादेव स्कूल में रमेश नाम का शिक्षक होना चाहिए था। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में लोग निर्भीक होकर शिकायतें दर्ज करवाते है। सरकार के निर्देशों पर पुलिस तत्काल एक्शन ले रही है और अपराधियों को सीधे जेल भेजा जा रहा है तो इस अज्ञात व्यक्ति को चंडीगढ़ से पत्र प्रेषित करने की क्या जरूर थी। उन्होंने कहा कि नाचन की जनता की नजर में मेरी छवि खराब करने और मुझे बदनाम करने की नीयत से यह पत्र वायरल किया गया है।
उन्होंने कहा कि पीड़ित प्रधानाचार्य ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवा दी है। बाकी इस मामले में मैं भी एफआईआर दर्ज करवाऊंगा। उन्होंने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की लोकप्रियता से चिढ़े हुए विपक्ष की साजिश है। ताकि उनको एक और मुद्दा मिल सके तथा कांग्रेस सरकार को बदनाम कर सके। जबकि इस मामले में जरा सी भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने बताया कि महादेव स्कूल में एक समारोह करवाया गया था तथा उसमें भाजपा विधायक या किसी और नेता की जगह मुझे बुलाया गया था। जिससे कुछ स्थानीय नेताओं को समस्या हुई है और यह साजिश रची गई है।