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शिमला। HRTC के नाराज कर्मचारियों की बुधवार को निगम के उपाध्यक्ष से बातचीत नाकाम रही। इससे पहले HRTC के डायरेक्टर से भी उनकी वार्ता विफल रही थी। बुधवार को हुई मीटिंग में निगम के उपाध्यक्ष ने 5 करोड़ देने का प्रस्ताव किया, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। उन्होंने साफ कर दिया कि उन्हें वे 59 करोड़ रुपए चाहिए, जिसका वादा सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले साल HRTC की स्थापना दिवस पर किया था।
कर्मचारी नेताओं ने दी चेतावनी
कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें इससे कम मंजूर नहीं है। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि निगम कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं होती तो प्रबंधन कल से लंबे रूट पर एडवांस बुकिंग करना बंद कर दें। इससे पहले HRTC कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन को नाइट अलाउंस और डीए की रकम जारी करने के लिए 6 मार्च तक का समय दिया था, जो गुरुवार को पूरा हो रहा है।
कल बनेगी रणनीति
अब कर्मचारियों ने कहा कि गुरुवार को वे बैठक करेंगे और उसमें बड़े आंदोलन की रूपरेखा बनेगी। एचआरटीसी चालक संघ के अध्यक्ष मानसिंह ने बताया कि कर्मचारियों की कई वित्तीय मांगें लंबित हैं। इनमें 65 माह का ओवरटाइम, डीए का एरियर, 4-9-14 का एरियर और 2016 पे कमीशन के एरियर की किस्त शामिल हैं। कुल देनदारी 100 करोड़ रुपए से अधिक है।
देनदारियों पर कोई आश्वासन नहीं मिला
मानसिंह ने कहा कि निगम उपाध्यक्ष ने दो घंटे तक कर्मचारियों के साथ बैठक की, लेकिन बकाया देनदारियों को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है। उपाध्यक्ष ने दो दिनों में 5 करोड़ रुपए देने की बात कर रहे थे, जिसे कर्मचारियों ने नामंजूर कर दिया। कर्मचारियों को 59 करोड़ रुपए चाहिए, जिसका वादा सीएम ने किया था। 5-10 करोड़ रुपए से कोई बात नहीं बनेगी।