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सोलन। शाही महात्मा गिरोह के बाद राधे गैंग का पर्दाफाश करने के बाद इस मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना को बद्दी से गिरफ्तार कर लिया है। कुमारसैन पुलिस थाना के तहत इसके एक साथी संदीप कुमार (28) पुत्र हुकम राम निवासी गांव महोली डाकघर तेशान तहसील कुमारसैन को 47.74 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके खुलासे के बाद पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना दलीप कुमार उर्फ राधे (37) पुत्र बहादुर सिंह निवासी गांव महोली डाकघर तेशान तहसील कुमारसैन को गिरफ्तार किया है।
यह बद्दी के ब्लाॅक नंबर-7, क्वार्टर नंबर-106 अमरावती अपार्टमैंट वार्ड-8 में रहता था और यहां वर्ष 2021 से प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी का संचालन करते हुए चिट्टा तस्करी का धंधा चलाए हुए था। पुलिस को उसने अपने 18 साथियों के बारे में भी बताया और पुलिस को इनके बैंक लेन-देन के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है। मुख्य सरगना दलीप कुमार अपना मोबाइल दूसरों को देकर कारोबार करवाता था और पुलिस ने इस फोन के बारे में भी जानकारी जुटा ली है। इस पूरे गिरोह को दलीप उर्फ राधे बद्दी से ही संचालित करता था। मामले की जांच के लिए डीएसपी रामपुर की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया गया है और गिरोह के डेढ़ दर्जन सहयोगी जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
शिमला पुलिस ने 2 गैंग का किया है पर्दाफाश
चिट्टाखोरों व ड्रग पैडलरों के खिलाफ शिमला पुलिस की चल रही कार्रवाई के तहत पुलिस ने 2 बड़ी गैंग का पर्दाफाश किया है। कोटखाई पुलिस थाना के तहत एक गिरोह चलाने वाले शाही महात्मा और उसके करीब 29 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। हालांकि इस मामले में जांच जारी है और जल्द ही इसमें गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ जाएगी, लेकिन इसी बीच पुलिस ने अब एक और गिरोह को बेनकाब किया है, जो राधे गैंग के नाम से मशहूर था और अभी इसमें 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अभी कई गिरफ्तारियां होनी हैं। दोनों ही गिरोह अपना नैटवर्क ऊपरी शिमला में सक्रिय बनाए हुए थे।
दोनों गिरोहों के साथियों की होनी है गिरफ्तारियां : गांधी
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि दोनों गिरोहों के साथियों की गिरफ्तारियां जारी हैं। राधे गैंग एक अंतर्राज्यीय गिरोह है, जिसका सरगना बद्दी से इसका संचालन करता था और पंजाब से चिट्टा लाकर इसे रामपुर व इसके आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करता था। इसके कई सदस्यों व लेन-देन का पता चला है।