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बिलासपुर। हिमाचल परिवहन तकनीकी कर्मचारी संगठन की त्रैमासिक बैठक का आयोजन बिलासपुर में किया गया। जिसमें तकनीकी संगठन के अध्यक्ष पूर्ण शर्मा राज्य प्रधान खेम चंद, महासचिव एच० के० शर्मा, उपाध्यक्ष विवेक गुलेरिया,वरिष्ठ प्रधान घनश्याम ठाकुर, संयुक्त सचिव जोगिंदर पाल, कोषाध्यक्ष मनोज पाल व राज्य कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारी सहित पूरे प्रदेश भर से तकरीबन एक सौ के करीब कर्मचारियों ने भाग लिया और निगम की प्रत्येक कार्यशाला के कर्मचारियों द्वारा अपने संबोधन में अपने कार्यशाला व कर्मचारियों के विभिन्न प्रकार की समस्याओं ज़िक्र किया।
उन्होंने कहा परिवहन निगम की सभी कार्यशाला में एक समस्या बहुत ही गम्भीर और चिंता जनक है। वर्कशॉप में भारी स्टाफ की कमी के चलते वर्कशॉप मैनेजमेंट द्वारा वर्कशॉप कर्मचारियों पर इस तरह से अत्यधिक दबाव डालकर काम लेने का निरन्तर कोशिश कर रही है जिससे कर्मचारी यह महसूस कर है कि मानो वर्तमान में भी अंग्रेजी हुकूमत चल रही हो। वर्कशॉप HRTC की नींव है क्योंकि HRTC का पहिया सबसे पहले यहीं से घूमना शुरू होता है और वर्कशॉप कर्मचारी इसकी उन्नति के लिए दिन रात कठिन से कठिन परिस्थितियों में धूल ,मिट्टी कीचड़, बारिश, गर्मी और ठंड में भी खुले आसमान के नीचे अपनी मेहनत और ईमानदारी के साथ निरंतर कार्य कर रहा है।
क्षेत्रीय प्रबंधक और वर्कशॉप इंचार्ज कर रहे प्रताड़ित
उन्होंने कहा इसके बावजूद क्षेत्रीय प्रबंधक व वर्कशॉप इंचार्ज कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के बजाय प्रताड़ित कर रहे है जोकि निंदनीय है और हमारे लिए चिंताजनक भी है। कर्मचारियों का कहना है कि वर्कशॉपों में अनेकों कर्मचारियों से जबरन डरा धमका कर अदर ड्यूटी कार्य लिया जा रहा जिससे कर्मचारियों की जान को भी जोखिम में डाला जा रहा है।
कार्य का पड़ रहा अतिरिक्त भार
तकनीकी कर्मचारियों के आर एण्ड पी रूल्स अनुसार वर्कशॉप में तकरीबन नौ ट्रेडों के कर्मचारी कार्यरत है जिसमें कि सभी ट्रेडों कार्य भिन्न भिन्न होता है बावजूद इसके क्षेत्रीय प्रबंधक व वर्कशॉप इंचार्ज कर्मचारियों को अदर ड्यूटी करने के लिए मजबूर किया करते है। जबकि बहुत से वर्कशॉप कर्मचारियों को बिना वजह लाइट ड्यूटी पर रखा गया है। जिसके कारण कार्य का अतिरिक्त भार वर्कशॉप में कार्य करने वाले कर्मचारियों पर दोगुना से अधिक पड़ रहा है।
एचआरटीसी तकनीकी कर्मचारी संगठन की यह मांगें
कर्मचारियों की मांग है कि वर्कशॉप कर्मचारियों की भर्ती की जाए और स्टाफ कमी को पूरा किया जाए।
शेष पात्र पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध में लिया जाए।
वर्कशॉप के सभी अदर ड्यूटी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और सभी कर्मचारियों से वही कार्य लिए जिसके लिए उन्हें नियुक्त किया गया है।
मैकेनिकों को ब्रेकडाउन के लिए सभी वर्कशॉपों में एक रिकवरी वेन दी जाए ताकि समय रहते ब्रेकडाउन हुई बस को अटेंड कर उसे ठीक करके जल्दी से रूट पर भेजा जा सकें।
परिवहन निगम की सभी वर्कशॉपों में उन टूल्स व मशीनों का तुरंत प्रावधान किया जाए जिनकी वहां सख्त आवश्यकता है और जिससे निगम को भी फायदा होगा।
तकनीकी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों सयुक्त ब्यान में कहा है कि निगम प्रबंधन तकनीकी कर्मचारियों की मांग का जल्द समाधान करें। अन्यथा मजबूरन संगठन को कार्यशालाओं में वर्क टू डिजिग्नेशन और वर्क टू रूल लागू करना पड़ेगा।