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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों और बड़े-बड़े पहाड़ देश-विदेश के सैलानियों को अपनी ओर काफी आकर्षित करते हैं। मगर बहुत सारे पर्यटक ऐसे भी हैं जो यहां नशा बेचने या खरीदने आते हैं। ऐसे में देवभूमि हिमाचल की छवि खराब हो रही है। कुछ लोग हिमाचल प्रदेश को नशे का अड्डा मानते हैं।
महाराष्ट्र के व्यक्ति से मिली चरस: ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला से सामने आया है। यहां स्वारघाट पुलिस ने महाराष्ट्र के एक व्यक्ति को चरस की खेप के साथ गिरफ्तार किया है।
लग्जरी बस में ले जा रहा था नशा: पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, स्वारघाट की पुलिस टीम ने नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर टनल नंबर 2 के पास पुलिस टीम ने नरली में एक लग्जरी बस को चेकिंग के लिए रोका। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को बस सवार एक यात्री से 20 ग्राम चरस बरामद हुई।
इसके बाद पुलिस ने चरस की खेप को कब्जे में लेकर आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के रहने वाले दीपक पाटिल के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी जिला मुख्यालय मदन धीमान ने कहा कि पुलिस टीम द्वारा आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आरोपी यह नशे की खेप कहां से लाया था या किसे देने जा रहा था।
खराब हो रही देवभूमि की छवि: गौरतलब है कि यह देवभूमि की जनता के लिए बेहद शर्मनाक बात है कि बाहरी राज्यों के पर्यटकों हिमाचल में या तो नशे खरीदने आते हैं या फिर नशा बेचने। इससे देवभूमि की छवि खराब हो रही है। हिमाचल प्रदेश में लगातार फैल रहे इस नशे के प्रचलन के चलते लोग हिमाचल प्रदेश को नशे का हब समझने लगे हैं।
ऐसे में यह हिमाचल प्रदेश के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस कारोबार में संलिप्त लोगों की सूचना पुलिस को दें ताकि इस कारोबार को खत्म किया जा सके और प्रदेश की छवि को धूमिल होने से बचाया जा सके।