न्यूज अपडेट्स
शिमला, 27 फरवरी: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बीच अचानक ठंडे प्रदेश की राजनीति बेहद गर्म हो गई है। कांग्रेस के 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग की खबर से सुक्खू सरकार पर खतरा मंडराने की अटकलें तेज हो गईं हैं। 68 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं। यदि 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग की बात सच निकलती है तो सुक्खू सरकार खतरे में पड़ सकती है।
इस बीच खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी पूरी तरह विश्वास में नजर नहीं आए कि उनका खेमा एकजुट हैं। सुक्खू ने इशारों में विधायकों की टूट की आशंका को भी स्वीकार किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘हमारे 40 विधायक हैं, अगर कोई बिका नहीं होगा तो हमें 40 वोट आएंगे। निश्चित तौर पर मेरा मानना है कि कांग्रेस की विचारधारा और हाथ के निशान पर जो जीतकर आए हैं उन्होंने पार्टी प्रत्याशी को वोट डाला होगा। शाम को काउंटिंग के बाद ही कुछ बोल सकते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि कांग्रेस का कोई विधायक बिका नहीं होगा तो 40 के 40 वोट मिलेंगे।’
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया है तो भाजपा ने हर्ष महाजन पर दांव खेला है। कांग्रेस से ही भाजपा में आए हर्ष महाजन ने वोटिंग के बाद यह स्वीकार किया कि भाजपा के पास नंबर नहीं है, लेकिन उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई विधायक सरकार से नाराज हैं और क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है तो कांग्रेस सरकार गिर सकती है।
कांग्रेस को भी विधायकों की टूट की आशंका है। सोमवार रात मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों के साथ बैठक की। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी समेत प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल रहे। कांग्रेस ने क्रॉस वोटिंग की आशंका के चलते व्हीप भी जारी किया हुआ है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह कुछ विधायकों की नाराजगी की बात स्वीकार की है। हालांकि, उम्मीद जताई कि विधायक कांग्रेस उम्मीदवार को ही वोट देंगे। उन्होंने कहा कि सभी विधायक कांग्रेस पार्टी के पक्ष में वोट डालेंगे, हालांकि कुछ लोगों की नाराजगी जरूर हो सकती है, लेकिन पार्टी विचारधारा से हटकर कोई भी विधायक वोट नहीं डालेगा।’