सरकार के निर्णय के विरोध में एचआरटीसी परिचालक उतर गए हैं। एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन के प्रांतीय प्रधान कृष्ण चंद ने कहा कि अब लोग एचआरटीसी बसों में व्यावसायिक व घर का सामान भी ले जा सकते हैं व भेज भी सकते हैं। जिसका वजन के आधार पर टिकट लगेगा।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय एचआरटीसी प्रबंधन के द्वारा बिना सोचे समझे लिया गया है। उन्होंने कहा कि सामान ढोने पहले भी बसों में कुली ही सामान उतारते ओर चढाते थे और अगर कहीं सामान भेजते थे तो कुली साथ जाता था।
उन्होंने प्रदेश सरकार और एचआरटीसी प्रबंधन से कुली का प्रावधान करने के लिए मांग की। उन्होंने कहा कि बस में सामान की जिम्मेदारी परिचालक की नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस बैठक में परिचालकों ने वेतन विसंगतियों दूर करने की भी मांग रखी। उन्होंने बताया की 6 महीने पहले विसंगतियों को लेकर बैठक हुई थी। लेकिन अभी तक वेतन विसंगतियां दूर नहीं हुई। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द हमारी वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए।