नई दिल्ली, 26 जून - कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को लेकर बड़ी खबर है. दरअसल, भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है. महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने रविवार देर रात घोषणा की. उनका कहना है कि अब उनकी लड़ाई सड़क पर नहीं बल्कि कोर्ट में लड़ी जाएगी. यह न्याय मिलने तक जारी रहेगा.
साक्षी ने लिखा 7 जून को सरकार से बातचीत हुई. पहलवानों से किए गए वादे पर अमल करते हुए सरकार ने महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा महिलाओं के उत्पीड़न और यौन शोषण की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की. दिल्ली पुलिस ने जांच पूरी कर 15 जून को कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है. ऐसे में पहलवानों की कानूनी लड़ाई सड़क की बजाय कोर्ट में जारी रहेगी. कुश्ती संघ के सुधार के सिलसिले में वादे के मुताबिक, नये कुश्ती संघ के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. चुनाव 11 जुलाई को होना है. हम सरकार द्वारा किए गए वादों के कार्यान्वयन का इंतजार करेंगे.
पहलवान पांच महीनों से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है. पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो FIR दर्ज कीं. पहली FIR बालिग पहलवानों की शिकायत पर दर्ज की गई थी जिसमें यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. इस मामले में 15 जून को 1500 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी. अब इस मामले में 27 जून को MP- MLA कोर्ट में सुनवाई होगी
दूसरी FIR नाबालिग पहलवान की शिकायत पर दर्ज की गई. हालांकि, बाद में नाबालिग पहलवान ने FIR में लगाए गए अपने सभी आरोपों को वापस ले लिया. इसके बाद, 15 जून को दिल्ली पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर नाबालिग पहलवान का केस बंद करने के लिए अपील की. कोर्ट में इस पर सुनवाई होनी है.
विनेश फोगाट अगले महीने बुडापेस्ट में पॉलिक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल प्रतियोगिता में भाग लेंगी. विनेश को उनकी पसंद का कोच और फिजियो भी दिया गया है. बुडापेस्ट प्रतियोगिता कुश्ती वर्ष की चौथी और अंतिम रैंकिंग श्रृंखला है. एडहॉक कमेटी और सरकारी अधिकारियों के बीच एक बैठक में विनेश के नाम को मंजूरी दे दी गई, जिससे 10 महीने बाद उनकी मैट पर वापसी हुई. छह पहलवानों विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को ट्रायल से छूट दी गई है.
भारत की नजरें हमेशा एशियन गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप पर रहती हैं. यही कारण है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल ने आगामी एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन प्रक्रिया को 6 सक्रिय पहलवानों के लिए एकल- मैच प्रतियोगिता तक सीमित कर दिया है. इन पहलवानों को इन दोनों प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए केवल ट्रायल के विजेताओं को हराना होगा.