भारत सरकार ने आपके इलेक्ट्रॉनिक आइटम और ऑटोमोबाइल की वारंटी की रक्षा के लिए राइट टू रिपेयर पहल शुरू की है। इसकी मदद से आप इलेक्ट्रॉनिक आइटम और ऑटोमोबाइल जैसे कार और बाइक की अपनी मर्जी से किसी भी थर्ड पार्टी वर्कशॉप से मरम्मत करवा सकते हैं और आपके डिवाइस या वाहन की वारंटी खत्म नहीं होगी। सरकार ने इसके लिए पोर्टल भी लॉन्च किया है।
इन प्रोडक्ट को करा सकेंगे ठीक
राइट टू रिपेयर में चार सेक्शन को शामिल किया गया है, जिनमें खेती के उपकरण, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता के लिए टिकाऊ वस्तुएं और ऑटोमोबाइल उपकरण शामिल हैं। यानी मोबाइल, लैपटॉप से लेकर बाइक और कार तक को इस पोर्टल और नियम में शामिल किया गया है।
राइट टू रिपेयर पोर्टल
राइट टू रिपेयर पोर्टल को सरकार ने लाइव कर दिया है और इस पर और एपल, सैमसंग और ओप्पो जैसे स्मार्टफोन निर्माताओं ने रजिस्टर्ड भी कर दिया है। इस पोर्टल का उद्देश्य "उपभोक्ताओं को उत्पादों की मरम्मत और रखरखाव पर आवश्यक जानकारी तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए एक प्लेटफार्म देना है।
सर्च भी कर सकेंगे कंपनिया
इस पोर्टल पर प्रोडक्ट सर्विस, वारंटी, नियम और शर्तों से संबंधित सभी सार्वजनिक जानकारी मिलेगी, जिसकी मदद से यूजर्स को अपने प्रोडक्ट को ठीक करने के लिए एक सरल ऑप्शन मिलेगा। इसमें प्रोडक्ट रिपेयर और मेंटेनेंस, पार्ट रिप्लेसमेंट और वारंटी की जानकारी भी मौजूद होगी। इसमें प्रोडक्ट निर्माताओं के कंज्यूमर केयर कॉन्टेक्ट डिटेल्स की एक लिस्ट भी शामिल होगी। साथ ही यूजर्स नाम या प्रोडक्ट के नाम से कंपनियों को सर्च भी कर सकेंगे।
खत्म नहीं होगी वारंटी
एपल और सैमसंग के पास पहले से ही एक सेल्फ-रिपेयर प्रोग्राम है जो कंज्यूमर को यूजर मैनुअल के साथ रिपेयर किट खरीदने की अनुमति देता है। लेकिन ये दोनों प्रोग्राम चुनिंदा मॉडल तक ही सीमित थीं। राइट टू रिपेयर इस स्थिति में अधिक लाभदायक है, क्योंकि अब कंज्यूमर अपनी मर्जी से कहीं से भी अपने प्रोडक्ट को ठीक करा सकते हैं और इससे उनके प्रोडक्ट की वारंटी खत्म नहीं होगी।