![]() |
DC बिलासपुर निरीक्षण करते हुए : फाइल फोटो |
बिलासपुर 2 मार्च - उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने आज कैंची मोड़ से लेकर बिलासपुर की सीमा में पड़ने वाली किरतपुर-नेरचौक फोरलेन सड़क का NHAI और गाबर कंपनी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने किरतपुर नेरचौक पर बनी पांच सुरंगों का निरीक्षण किया । उपायुक्त ने बताया कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य अंतिम चरण में है।
निरीक्षण के उपरांत उपायुक्त ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का 92 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा जिसके लिए उन्होंने मौके पर गाबर कंपनी के अधिकारियों को हर हालत में इस प्रोजेक्ट को 1 मई 2023 से पहले यातायात के लिए पूरी तरह से तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि 1 मई से फोरलेन सड़क को ट्रैफिक के लिए खोला जाए जिसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि इस फोरलेन पर 22 मेजर व 15 माइनर पुलों का निर्माण होना था जिसमें से 19 मेजर पुल बन के तैयार हो चुके हैं और 3 पुलों का कार्य प्रगति पर है जिसका भी 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अतिरिक्त 15 माइनर पुलों का कार्य भी तय सीमा से पहले कंपनी द्वारा पूरा कर लिया है। इस अवसर पर उपायुक्त ने गाबर कंपनी के जनरल मैनेजर कर्नल चौहान को फोरलेन के साथ लगते पंचायतों व गांव को बेहतर कनेक्टिविटी देने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े।
फोरलेन निरीक्षण के दौरान स्थानिय लोगों ने उपायुक्त को अपनी समस्याओं से भी अवगत करवाया जिनका उन्होने अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर सहायक आयुक्त गौरव चौधरी, जिला राजस्व अधिकारी देवी राम, प्रौजेक्ट निदेशक सहित उपमण्डलाधिकारी ना. राजीव ठाकुर व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।