मंडी: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक कामरेड तारा चन्द भवन मंडी में आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता कामरेड राकेश सिंघा ने की जिसमें विधानसभा चुनावों की समीक्षा की गई। पार्टी राज्य सचिव डॉ ओंकार शाद द्धारा पेश गयी रिपोर्ट में बताया गया कि पार्टी ने इन चुनावों में भाजपा को सत्ता से बाहर करने,सीपीआई (एम) की ताकत बढ़ाने और प्रेदेश में जनवादी और धर्मनिरपेक्ष सरकार गठन का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिसमें से पार्टी भाजपा को हराने और वैकल्पिक सरकार बनाने में सफ़ल हुई है जिसके लिए पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की जनता को बधाई दी है।लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बीच में हुए तीखे वोटों के ध्रुवीकरण के कारण मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ताकत बढ़ाने में सफ़लता हॉसिल नहीं हो पाई है।
राज्य कमेटी ने नई सरकार से उम्मीद जताई है कि वह अपने चुनावी वादों को गम्भीरता से लागू करेगीऔर आगामी बजट सत्र में जनता को राहत देने के लिए निर्णय लेगी और बन्द किये गए संस्थानों को पुनः बहाल करने के लिए भी निर्णय ले।लेक़िन अगर सुखू के नेतृत्व में बनी सरकार जन विरोधी फ़ैसले लेगी तो माकपा उनका विरोध भी करेगी। ओंकार शाद ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के समय वितीय घाटा 75 हज़ार करोड़ रुपये अर्थात साढ़े छह प्रतिशत हो गया था है जिसे नई सरकार ने इसके लिए एक विधेयक लाया है जिसके चलते इसे तीन प्रतिशत तक लाना स्वागत योग्य क़दम है। लेक़िन सरकार को जनता के विकास कार्यों में कमी नहीं आनी चाहिए। सरकार को केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष दर्जा हॉसिल करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए और विशेष आर्थिक पैकेज प्रदेश सरकार को हासिल करने के लिए प्रयास करने होंगे तभी विकास कार्यों को पूरा किया जा सकता है।पार्टी ने सुखू सरकार द्धारा अपने गठन के कुछ दिनों में ही पिछले साल खोले गए संस्थानों को बन्द करने का जो निर्णय जल्दबाजी में लिया गया था उसे पूरी समीक्षा और मूल्यांकन के बाद करना चाहिए था और गुण दोष के आधार पर निर्णय लेना चाहिए था।
पार्टी ने प्रदेश सरकार द्धारा पिछले कल डीज़ल की कीमतों में की गई तीन रुपये की बढ़ोतरी का भी विरोध किया।पार्टी ने अडानी ग्रुप द्धारा बन्द किये गए सीमेंट उद्यगों जिनमें प्रदेश के एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं को पुनः शुरू करने के लिए जल्द पहल करने की मांग की है।इसे अडानी की मनमर्ज़ी और दादागिरी का फ़ैसला बताया है जिसे मोदी सरकार का पूर्ण सरंक्षण प्राप्त है और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सांसद अनुराग ठाकुर इस मुद्दे पर खामोशी साधे हुए हैं और राजनैतिक फ़ायदा उठाने के लिए ही काम कर रहे हैं।
इसलिए पार्टी ने आने वाले समय में पूरे प्रदेश में अडानी के ख़िलाफ़ एकजुट करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और इसमें मोदी सरकार की भूमिका का भी पर्दाफाश किया जायेगा।जिसके लिए जनता को लामबंद करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।माकपा ने मज़दूरों किसानों द्धारा 15 मार्च को खण्ड व ज़िला स्तर पर तथा 5 अप्रैल को दिल्ली में होने वाले संसद मार्च को भी समर्थन देने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा मनरेगा में सौ दिनों का रोज़गार सुनिश्ति करने और मज़दूरों को 350 रु दिहाड़ी देने की भी मांग की गई।पार्टी 1से 3 फ़रवरी तक कुल्लू में पार्टी का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगी।
बैठक में डॉ. कश्मीर सिंह, डॉ कुलदीप तंवर,राजेंद्र चौहान, भूपेंद्र सिंह, महेंद्र राणा, जगमोहन ठाकुर, राम सिंह, राजेंद्र सिंह, मोहित कुमार, विजय शर्मा, प्रेम गौतम, होतम सौखला, नारायण चौहान, देवकीनंद,सतपाल सिंह, रविन्द्र कुमार, कुलदीप तंवर, विजेंद्र मेहरा, जोगिन्दर कुमार, जगत राम, नरेंद्र कुमार, स्वदेश ठाकुर ने भाग लिया।