कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी बंबर ठाकुर और उनके समर्थकों ने कहा की जब बैलेट पेपर में संपन्न हुए सर्विस वोटों की गिनती आरंभ हुई तो उन्हें सैंकड़ों वोटों से आगे बताया गया। किंतु इन वोटों को चुनाव अधिकारी द्वारा यह कह कर रद्द कर दिया गया को वे सर्विस वोट फार्म सौ के साथ संबंधित अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित नहीं है। उन्होंने कहा की कुल 569 वोट जो उनके पक्ष में पड़े थे, उन्हें रद्द करके भाजपा उम्मीदवार को विजयी घोषित किया गया है जो कथित एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है।
उन्होंने कहा की वे आरंभ से ही बिलासपुर में चुनाव में निष्पक्षता बारे अपनी आपत्ति दर्ज करते आ रहे है। उन्होंने कहा की 569 वोटों को रद्द करने का अर्थ है की कर्मचारियों के एक बहुत बड़ी संख्या को अपने वोट के संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया गया ताकि उन्हें बंबर ठाकुर को हरा कर त्रिलोक जमवाल को कथित एक षड्यंत्र के तहत विजयी घोषित किया जा सके।
बंबर ठाकुर ने कहा इस परिणाम को अदालत में चैलेंज करेंगे ताकि हजारों मतदाताओं और उनके साथ हुए अन्याय को समाप्त करवाया जा सके।