बिलासपुर, 23 नवंबर - प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री व श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी राम लाल ठाकुर ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था का मिजाज ठीक नहीं है, जिसके कारण बेरोजगारी बढ़ गई है। जिसका मुख्य वर्ष कारण 2016 में कई गई नोटबन्दी है। यदि हम आंकड़ों पर भी नज़र डालें तो साफ दिखता है कि देश और प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ी है और महंगाई बढ़ने का मुख्य कारण भी नोटबन्दी ही है।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2017 और वित्त वर्ष 2020 के बीच, वित्तीय क्षेत्र में कमजोरी के साथ ही निजी उपभोग की वृद्धि में गिरावट से विकास दर 8.3 प्रतिशत से गिरकर 4.0 प्रतिशत तक आ गई थी। वित्त वर्ष 2021 में, अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई। व्यापार, होटल, परिवहन और संचार जैसी सेवा क्षेत्रों में चौथी तिमाही में ग्रोथ धीमी होकर पिछली तिमाही की विकास दर 6.3 फीसदी की तुलना में 5.3 फीसदी रह गयी है।
सर्विस सेक्टर में ज़्यादातर लघु और माइक्रो स्तर की कंपनियां काम करती हैं, और ये कंपनियां हीं बड़े पैमाने पर लोगों को अंसगठित रोज़गार मुहैया कराती हैं। यह पिछले कुछ सालों से भारत के विकास का मुख्य आधार भी रही हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, "सर्विस और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में उम्मीद से कम ग्रोथ देखने को मिली है। इसका मतलब यही है कि इस सेक्टर में मांग नहीं बढ़ी है। ऐसे में इस क्षेत्र में ग्रोथ तभी होगी जब लोग सामान्य तौर से ज़्यादा पैसा इस सेक्टर में ख़र्च करने सामने आएंगे।"
राम लाल ठाकुर ने कहा कि हालांकि मंदी के खतरे के बीच अंतराष्ट्रीय मुद्रा वित्त (IMF) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। लेकिन चीन, अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में भारत बहुत मजबूत स्थिति में है, भारत की मजबूती का कारण सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी की आर्थिक नीतियां ही है, वर्तमान भाजपा की सरकारों के एक स्तर पर नियोजित लूट ही मचाई है। अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान लगाया है कि साल 2023 में चीन की GDP ग्रोथ 4.4 फीसदी रह सकती है. जबकि 2023 में भारत की अनुमानित वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहेगी। मंदी के खतरे के बीच ये अनुमान भारत के लिए भी खतरे की आहट होगी।
राम लाल ठाकुर ने कहा कि अभी भी देश को तरक्की की राह से भटकाया जा रहा है और इसके दुष्परिणाम दिखने शुरू हो चुके है और आगे यही दुष्प्रभाव भयभीत करने वाले होंगे। यदि पूर्व में रही कांग्रेस की सरकारों की योजनाओं को देखा जाए और वर्तमान में भाजपा की सरकार की योजनाओं को देखा जाए तो जनता को साफ साफ नजर आने लग गया है कि कभी उनको धर्म के नाम पर भटकाया गया कभी उनको अंतराष्ट्रीय नीति पर भटकाया गया ताकि आर्थिक नीतियों पर पर्दा पड़ा रहे। अब जब भाजपा की सरकारों की देश मे असलियतें सामने आने लग चुकी है यह कभी भी तथाकथित देश भक्ति का नया पडपंच रच सकते है।
उन्होने यह भी कहा कि प्रदेश में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनती है वैसे ही पूर्व में कांग्रेस की सरकारों के द्वारा चलाई गई जन हितैषी नीतियों को नए संशोधनों और नए संसाधनों के साथ लागू किया जाएगा, ताकि हिमाचल प्रदेश को देश की आर्थिकी में अग्रणी राज्यो में गिना जा सके।